भारतीय अर्थव्यवस्था अब वास्तव में व्यापक रूप से संगठित हो रही है. यह कई अलग-अलग क्षेत्रों तक पहुंच बना रही है. इसका संकेत अगस्त में जारी आयकर विभाग के आंकड़ों से मिलता है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि सभी टैक्स स्लैब में न्यूनतम तीन गुना वृद्धि दर्ज की गई है. सबसे ज्यादा इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने के मामले में महाराष्ट्र आज भी शीर्ष स्थान पर है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत की कुल जनसंख्या में काम करने वाले लोगों की संख्या 2047 तक 45 फीसदी पर पहुंच जाएगी. उन्होंने कहा कि टैक्स देने वाले लोगों की संख्या भी बढ़कर 85.3 फीसदी हो जाएगी. अभी आयकर रिटर्न भरने वालों की संख्या कुल जनसंख्या का 22.5 फीसदी है.
वित्त मंत्री ने कहा कि 2047 तक देश में कुल 48.2 करोड़ इनकम टैक्स रिटर्न भरने वाले लोग होंगे. वित्त वर्ष 2022-23 में केवल 7 करोड़ लोगों ने इनकम टैक्स रिटर्न फाइल किया है. इस लिहाज से 2047 तक देश में करीब 41 करोड़ नए टैक्सदाता टेक्सनेट में शामिल हो जाएंगे.
वित्त मंत्री ने कहा कि डीमैट खातों की संख्या वित्त वर्ष 2019-20 में 4.1 करोड़ से 2.5 गुना बढ़कर वित्त वर्ष 2022-23 में 10 करोड़ हो गई है. ऋण सुविधाएं, सामाजिक सुरक्षा, पेंशन, बीमा, इन सभी तक लोगों की पहुंच बढ़ने से अर्थव्यवस्था का आकार भी बढ़ रहा है.
सीतारमण ने कहा कि एक सुरक्षित प्रणाली से भरोसा बढ़ता है और वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए जरूरी है कि फिनटेक कंपनियां यूजर्स की जानकारी को वित्तीय लेनदेन की सुरक्षा के लिए उन्नत एन्क्रिप्शन और अन्य उपायों का इस्तेमाल सुनिश्चित करें. उन्होंने कंपनियों से मजबूत सुरक्षा उपायों में भारी निवेश करने का आह्वान किया.