कोरोना वायरस जैसे वैश्विक संकट के दौर में कुछ राहत भरी खबरें भी सामने आ रही हैं. इन खबरों के जरिए कोविड से अलग संगठन और सरकार के स्तर पर किए जा रहे कुछ ऐसे कार्यों का जायजा मिलता है, जो आपको उत्साह और रोमांच से भर देते हैं. आज यदि देखा जाए तो कोरोना की मार सहने वाले सेक्टरों में से एक बड़ा सेक्टर ‘टूरिज्म’ (Tourism) भी है. दुनिया भर में कोरोना संक्रमण का सीधा असर इस क्षेत्र पर हुआ है.
इसके बाद भी भारत न केवल अपने लोगों को बल्कि विश्व के लोगों को भी जहां हो वहीं से देश के ‘टूरिज्म’ (Tourism) क्षेत्र से सतत जोड़ने के लिए नए-नए नवाचार कर रहा है. इन्हीं में से एक ऐसा ही सकारात्मक प्रयास मध्य प्रदेश में भी किया जा रहा है. यकीनन सरकार की इस खास पहल से रूबरू होने के बाद आप भी रोमांचित हो उठेंगे.
दरअसल, भारत वर्ष के तमाम पर्यटन स्थलों (Tourism) में खास ‘मध्य प्रदेश पर्यटन’ को बढ़ावा देने के लिए फोकस कर, दुनिया के पहले 4K इंटरनेशनल ट्रैवल चैनल ट्रैवलएक्सपी ने इस राज्य के पर्यटन स्थलों पर आधारित एक ट्रैवल शो ‘द जिप्सीस’ का निर्माण किया है, जिसके बारे में अभी महज इतना कहा जा सकता है कि जब यह लोगों के बीच आएगा, तो उसकी पिक्चर क्वालिटी व फोटोग्राफी देखकर कोई भी अपने आपको आश्चर्य में डूबने से रोक नहीं पाएगा. यह शो 28 मई को शाम साढ़े सात बजे ट्रैवलएक्सपी चैनल पर प्रसारित होगा.
‘टूरिज्म’ को लेकर इस कोरोना काल में केंद्र और राज्य सरकार कैसे काम कर रही हैं, इस पर केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल कुछ इस तरह से अपनी बात रखते हैं. वे बताते हैं कि इस समय पूरी दुनिया पर कोरोना का संकट छाया है, किंतु जहां जो भी नवाचार संभव है वह केंद्र व राज्यों के स्तर पर पर्यटन क्षेत्र में हो रहे हैं. पर्यटन मंत्रालय जिसे जैसे सहयोग की आवश्यकता होती है, अपनी ओर से वह मुहैया कराने का प्रयास करता है. हम सकारात्मक हैं और जिस तरह के प्रयास किए जा रहे हैं, हम उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही सब कुछ सामान्य हो जाएगा.
मध्य प्रदेश के लिए ये है गौरव का क्षण
‘टूरिज्म’ के क्षेत्र में किए जा रहे मध्य प्रदेश सरकार के प्रयासों को लेकर उनका कहना है कि मध्यप्रदेश में सतपुड़ा टाईगर रिजर्व और जबलपुर के भेड़ाघाट-लम्हेटा घाट को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की संभावित सूची में शामिल किया गया है. मध्यप्रदेश के लिए यह गौरव का क्षण है. वास्तव में आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने पूरे देश से इस प्रकार के नौ नामांकन भेजे थे, जिनमें मध्यप्रदेश का प्रसिद्ध भेड़ाघाट-लम्हेटा घाट और नर्मदा-सतपुड़ा टाइगर रिजर्व को यूनेस्को की वर्ल्ड हेरीटेज सूची में शामिल किया गया है. हम मध्य प्रदेश के सभी मोन्युमेंट (स्मारक) को लेकर भी गंभीर हैं.
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल कहते हैं, इसी प्रकार से मध्य प्रदेश की दृष्टि से यह निर्णय भी सुखद कहा जा सकता है, जिसमें कि यूनेस्को ने अर्बन लैंडस्केप सिटी प्रोग्राम के अंतर्गत ग्वालियर और ओरछा को वर्ल्ड हेरिटेज सिटी की सूची में शामिल किया है. अब यूनेस्को इन दोनों ही जगहों पर मौजूद ऐतिहासिक स्थलों को और बेहतर बनाने के लिए पर्यटन विभाग के साथ मिलकर मास्टर प्लान तैयार करेगा.
केंद्रीय मंत्री यह भी कहते हैं कि हम लोगों ने तय किया है कि हजार वर्ष पुराने जो स्थान हैं, उन पर फोकस करें. उनके संबंध में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यूनेस्को जैसी संस्थाओं के साथ उनसे जुड़ी जानकारियां साझा करें और उन्हें वैश्विक स्तर पर लेकर आएं. वे बताते हैं कि अभी दुबई एक्सपो होने वाला है। उस में हम अपनी सभी खास विशेषताओं को डिस्प्ले करेंगे.
केंद्रीय मंत्री आगे जोड़ते हुए कहते हैं कि मध्य प्रदेश के स्तर पर देखें तो यहां कुल मिलाकर प्राकृतिक, ऐतिहासिक, पुरातात्विक सम्पदा बहुत है. जियोलॉजिकल, बायोडायवर्सिटी की दृष्टि से भी यह महत्वपूर्ण राज्य है. टाइगर स्टेट भी है. इस तरह विविधता से पूर्ण बहुत सारी कैटेगरी में वह अपना प्रेजेंटेशन पर्यटन क्षेत्र में केंद्र के सामने कर सकता है. केंद्र की ओर से हमारा भी प्रयास यही रहता है कि राज्यों को पूरा सहयोग मिले.
वे कहते हैं कि राज्यों की भूमिका इनोवेटिव (Innovative) करने की होनी चाहिए, इसमें कोई दो राय नहीं कि मध्य प्रदेश बढ़ चढ़कर आगे आ रहा है. आगे भी राज्य को जो सहयोग लगेगा हम केंद्र से करते रहेंगे. उसके द्वारा किए जा रहे नवाचार ट्रैवल शो ‘द जिप्सीस’ के लिए उसे बहुत बधाई है.