Railways: बढ़ते कोरोना मामलों की वजह से एक बार फिर प्रवासी मजदूर अपने गांव का रुख करते नजर आ रहे हैं. रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने इस मसले पर आज जानकारी दी है कि फिलहाल ट्रेनों की सर्विस घटाने या रोकने की कोई योजना नहीं है. साथ ही कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में भी ट्रेने रोकने का फिलहाल कोई आधिकारिक नोटिस नहीं मिला है. उन्होंने ट्रेन में यात्रा के लिए कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट मांगे जाने की खबरों का भी खंडन किया.
उन्होंने यात्रियों को भरोसा दिलाया है कि डिमांड के मुताबिक और ट्रेनें चलाई जाएंगी ताकि प्रवासी मजदूर (Migrant Workers) अपने घर लौट सकें. रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सुनीत शर्मा ने भरोसा दिलाते हुए कहा है कि ट्रेनों की कोई कमी नहीं है और रेलवे शॉर्ट नोटिस पर भी उन्हें इस्तेमाल करने के लिए तैयार है.
उन्होंने कहा,”चिंता की कोई बात नहीं है, जितनी ट्रेनों की जरूरत होगी उतनी चलाई जाएंगी. भीड़ होने पर हम तुरंत और ट्रेनें चला सकते हैं. गर्मियों के मौसम में भीड़ होना सामान्य है.”
बढ़ते कोरोना मामलों के बीच रेलवे में यात्रियों की संख्या भी बढ़ी हैं. दरअसल रिपोर्ट्स के मुताबिक स्थानीय इलाकों में लगे लॉकडाउन के वजह से लोगों में भय है कि बड़े स्तर पर लॉकडाउन लगने से उनकी आजीविका पर असर पड़ सकता है.
Railways: रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने ये साफ किया है कि ट्रेन में यात्रा के लिए कोविड-19 की निगेटिव रिपोर्ट की जरूरत नहीं होगी. उन्होंने कहा यात्रियों की बड़ी संख्या होने की वजह से ये अनिवार्य करना मुमकिन नहीं है.
शर्मा ने कहा है कि रेलवे बोर्ड को फिलहाल महाराष्ट्र में ट्रेनें रोकने के लिए कोई आधिकारिक नोटिस मिला है. दरअसल राज्य में बढ़ते कोरोना मामलों की वजह से लोगों में आशंका है कि महाराष्ट्र में ट्रेनों की यात्रा रोक ना दी जाए.