ट्रेवल इंश्योरेंस को लेने के लिए आपकी उम्र 1 साल से लेकर 70 साल तक होनी चाहिए. एक साल छोटे या 70 साल से बड़ी उम्र के शख्स को इंश्योरेंस कवरेज नहीं मिलेगा.
ट्रेवल इंश्योरेंस को लेने के लिए आपकी उम्र 1 साल से लेकर 70 साल तक होनी चाहिए. एक साल छोटे या 70 साल से बड़ी उम्र के शख्स को इंश्योरेंस कवरेज नहीं मिलेगा.
कोरोना महामारी की वजह से हॉस्पिटैलिटी और ट्रैवल सेक्टर पर सबसे तगड़ा असर पड़ा है. लगातार दूसरे साल कोविड की वजह से ट्रैवलर्स का धंधा चौपट हो गया है. कारोबार में घाटे के चलते कई लोगों ने धंधा बंद कर दिया है. हालांकि, कई लोग अभी भी इस धंधे में टिके हुए हैं, लेकिन इनका धंधा भी ठप्प पड़ा हुआ है.
दूसरी तरफ, चूंकि लोग बाहर घूमने नहीं जा पा रहे हैं, ऐसे में उनका पैसा बच रहा है.
कोविड की वजह से घूमने-फिरने के प्लान हुए रद्द
गुजरात में ट्रैवल के मोटे तौर पर दो सीजन होते हैं. ज्यादातर लोग दीवाली या गर्मी की छुट्टियों में घूमने का प्लान बनाते हैं. पिछले साल मार्च में लॉकडाउन लगा. कोरोना की वजह से पूरा समर वेकेशन घर में ही गया. दीवाली की छुट्टियों में कोराना डर थोड़ा कम हुआ तो लोग घूमने निकल पड़े.
इंटरनेशनल डेस्टिनेशंस बंद होने की स्थिति में लोगों ने भारत में घूमने का प्लान बनाया. इस साल जनवरी-फरवरी में गर्मी की छुट्टियों को ध्यान में रखकर कई लोगों ने बुकिंग भी करवाई लेकिन कोरोना ने सब चौपट कर दिया.
इस बार तो स्थिति इतनी खराब है कि लोग घरों से बाहर निकलना भी नहीं चाहते. एसी स्थिति में लगातार दूसरे साल समर वेकेशन घर में ही जाने वाला है.
घर में रहो, पैसा बचाओ
समर वेकेशन में ज्यादातर गुजराती टूरिस्ट जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश में शिमला-कूल्लू-मनाली, उत्तराखंड में हरिद्वार, मसूरी, नैनीताल और चारधाम की यात्रा पर निकल पड़ते हैं.
इसके अलावा सिक्किम-दार्जिलिंग भी गुजरातियों के घूमने के लिए फेवरिट जगहों में शुमार हैं. अहमदाबाद से इन जगहों पर घूमने के लिए टूर ऑपरेटर्स 7 दिन के पैकेज का प्रति व्यक्ति 20,000 से 25,000 रुपये चार्ज करते हैं. चारधाम की यात्रा का खर्च 30,000 से 40,000 रुपये तक होता है.
ट्रेन या विमान भाड़ा अलग से होता है. यानी अगर आप कपल है तो आपको उत्तर भारत घूमने के लिए 50,000 से 60,000 रुपये तक का खर्च होगा.
अगले साल घूमने जाएं
तो कोरोना की वजह से आपने कहीं घूमने न जाकर घर बैठे 50 या 60 हजार रुपये बचा लिए हैं तो इस पैसे को किसी अच्छी जगह इनवेस्ट कर सकते हैं और फिर बढ़ी हुई रकम से अगले साल के लिए घूमने का प्लान बना सकते हैं.
एक साल बाद दोबारा घूमने जाना है तो हम आपको कुछ इनवेस्टमेंट ऑप्शन देते हैं जिसमें निवेश करके आप एक साल में अपनी कमाई तो थोड़ा बढ़ा सकते हैं. लेकिन, ऐसा करते समय आप अपने फाइनेंशियल एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.
बैंक में एफडी करें
आप अपनी बची हुई रकम को बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट के तौर पर रख सकते हैं. SBI अभी 1 साल तक की FD के लिए 4.40% ब्याज देती है. जबकि 1 साल से 2 साल तक की एफडी पर 5% ब्याज देती है.
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट स्कीम
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट में 1, 2, 3, और 5 साल की अवधि के लिए पैसा डिपॉजिट किया जा सकता है. इस स्कीम में कोई भी व्यक्ति खाता खुलवा सकता है.
वर्तमान में इस अकाउंट में 3 साल के लिए पैसा जमा करने पर राशि पर वार्षिक 5.5 फीसदी ब्याज मिल रहा है. हर 3 महीने में सरकार द्वारा इस स्कीम पर ब्याज दर तय की जाती है.
कॉरपोरेट FD
कॉरपोरेट FD आपके लिए एक अच्छा निवेश ऑप्शन बन सकता है. इसमें बैंक FD से ज्यादा ब्याज मिलता है. उदाहरण के तौर पर देखें तो मुथूट कैपिटल एफडी में 1 से 5 साल के लिए 7.75% से 8%, श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस में 12 से 60 महीने की FD करने पर आपको 7.25% से 8.09%, केरल ट्रांसपोर्ट डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन में 1 से 5 साल की FD पर 5.75% से 6%, महिंद्रा फाइनेंस की FD स्कीम में 15 से 60 महीने के लिए 5.70% से 6.45% ब्याज मिलेगा.
गोल्ड खरीदें
पिछले साल यानी अगस्त 2020 में सोना रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था, जिसके बाद सोने की चमक फीकी भी रही. लेकिन, एक्सपर्ट्स की मानें तो आने वाले समय में सोने के भाव ऊपर जा सकते हैं.
तो आप अपनी बचाई हुई 50,000 की रकम को गोल्ड में लगा सकते हैं और जब प्राइस बढ़े तो उसे बेचकर मुनाफा कमाया जा सकता है. लेकिन, इसमें रिस्क फैक्टर ये है की अगर सोने के दाम गिर जाते है तो आपको नुकसान हो सकता है.