Australia Travel Ban: भारत में कोविड के बढ़ते मामलों और बिगड़ते हालात के बीच ऑस्ट्रेलिया ने एक विवादित कदम उठाया है. ऑस्ट्रेलिया ने ऐलान किया है कि कोई भी ऑस्ट्रेलियाई नगारिक भारत से वापस लौटता है तो उसे जुर्माना और पांच साल की जेल की सजा भुगतनी पड़ सकती है.
ऑस्ट्रेलिया के स्वास्थ्य मंत्री ग्रेग हंट ने गुजरे हफ्ते ऐलान किया था कि सरकार भारत से लौटने वाले अपने नागरिकों और परमानेंट रेजिडेंट्स पर रोक लगाएगी.
दरअसल, 27 अप्रैल को ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने ऐलान किया है कि 15 मई तक भारत से किसी भी तरह के ट्रैवल पर रोक रहेगी.
ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने ये कदम भारत से लौटकर आए और होटलों में क्वारंटीन में रह रहे नागरिकों से फैल रहे संक्रमण को देखते हुए उठाया है. नया नियम 3 मई से लागू कर दिया गया है.
इस रोक के बावजूद ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने पाया है कि दोहा से आई एक फ्लाइट में ऐसे यात्री हैं जो कि भारत होते हुए आए हैं. इनमें क्रिकेटर एडम जंपा और केन रिचर्डसन भी शामिल हैं.
इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई सरकार हरकत में आ गई और कैबिनेट की सिक्योरिटी कमेटी की बैठक बुलाई गई. इसमें भारत से ट्रैवल को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने का फैसला किया गया.
क्या है फैसला?
ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने तय किया है कि गुजरे 14 दिनों में भारत रह चुके किसी भी शख्स को ऑस्ट्रेलिया लौटने की इजाजत नहीं होगी.
हालांकि, इसमें हेल्थ वर्कर्स, फ्रेट वर्कर्स, डिप्लोमेट और डिफेंस फोर्स पर्सनल्स को छूट रहेगी.
यह बैन 15 मई तक जारी रहेगा.
कितना है जुर्माना?
ऑस्ट्रेलिया के बायोसिक्योरिटी एक्ट के सेक्शन 479 के मुताबिक, इस बैन का उल्लंघन करने वालों को 5 साल तक की कैद या 66,000 डॉलर या इन दोनों की सजा दी जा सकती है.
66000 डॉलर का मतलब तकरीबन 49 लाख रुपये बैठता है. ये नियम 3 मई से लागू हो गया है.
उठ रहे हैं सवाल
ऑस्ट्रेलियाई सरकार के इस फैसले की कड़ी आलोचना भी हो रही है. आलोचकों का कहना है कि सरकार का कोविड को रोकने के लिए उठाया गया ये कदम रेसिस्ट या नस्लीयता की श्रेणी में आता है. हालांकि, प्रधानमंत्री स्कॉट मोरिसन ने इन आरोपों को खारिज किया है.