चार धामों में से एक उत्तराखंड स्थित बदरीनाथ धाम (Badrinath Temple) जल्द ही श्रद्धालुओं के लिए खुलने वाला है.
उत्तराखंड के गढवाल हिमालय में स्थित विश्वप्रसिद्ध बदरीनाथ धाम (Badrinath Temple) के कपाट श्रद्धालुओं के लिए इस वर्ष 18 मई को खुलेंगे.
बदरीनाथ मंदिर (Badrinath Temple) को खोले जाने का मुहूर्त मंगलवार को बसंत पंचमी के मौके पर नरेंद्रनगर स्थित टिहरी राजवंश के दरबार में आयोजित समारोह में निकाला गया.
चारधाम देवस्थानम बोर्ड के सूत्रों ने बताया कि भगवान विष्णु को समर्पित बदरीनाथ धाम के कपाट 18 मई को ब्रह्म मुहूर्त यानि सुबह 4:15 पर में सवा चार बजे खुलेंगे.
चमोली जिले में स्थित बदरीनाथ धाम के कपाट पिछले साल शीतकाल के लिए 19 नवंबर 2020 को बंद हुए थे.
बदरीनाथ सहित चारधामों के कपाट हर साल अक्टूबर-नवंबर में सर्दियों में बंद हो जाते हैं जो अगले साल फिर अप्रैल-मई में खुलते हैं.
चमौली में हाल ही में आई आपदा के बाद बद्रीनाथ मंदिर (Badrinath Temple) के कपाट खुलने की तारीख के ऐलान के बाद ट्विटर पर श्रद्धालुओं ने खुशी जताई है.
उत्तराखंड आपदा का अपडेट
सात फरवरी को ऋषिगंगा घाटी में आई बाढ के समय एनटीपीसी (NTPC) की 520 मेगावाट तपोवन—विष्णुगाड जलविद्युत परियोजना की इस सुरंग में कार्य कर रहे लोग उसमें फंस गए थे। निर्माणाधीन तपोवन—विष्णुगाड परियोजना को हुई भारी क्षति के अलावा, रैंणी में स्थित उत्पादनरत 13.2 मेगावाट ऋषिगंगा जलविद्युत परियोजना भी बाढ़ से पूरी तरह तबाह हो गई थी.
अब तक चमोली जिले के आपदाग्रस्त क्षेत्रों से कुल 55 शव बरामद हो चुके हैं जबकि 149 अन्य अभी भी लापता हैं.
एनटीपीसी (NTPC) अपनी परियोजना के निर्माण में लगी एजेंसी के श्रमिकों के परिवार को 20 लाख रुपये का मुआवजा दे रही है। वहीं राज्य और केंद्र सरकारों ने क्रमशः 4 लाख रुपये और 2 लाख रुपये के मुआवजा पैकेज की घोषणा की है.
सौजन्य: PTI