बीते 6 माह में मिली इस दमदार फंडिंग के चलते कई भारतीय स्टार्टअप्स (Indian Startups) की वैल्यूएशन 1 अरब डॉलर या उसके भी पार चली गई है.
स्टार्टअप्स का उभार देश में फल-फूल रही आंत्रप्रेन्योरशिप की भावना का संकेत देता है. इसने ऐसे युवाओं को एक नई दिशा दी है जो कि अपनी रेगुलर जॉब से संतुष्ट नहीं हैं
Startups: DPIIT के मुताबिक इन 50,000 स्टार्टअप्स में से 10,000 सिर्फ पिछले 180 दिनों में ही जुड़े हैं. जबकि, पहले 10,000 स्टार्टअप जुड़ने में 808 दिन का समय लगा था
हेल्थियंस (Healthians) ने अपनी टीम RT-PCR टेस्ट करने वाले इन कर्मचारियों का ही नहीं, बल्कि इनके परिवार का भी मेडिक्लेम और जीवन बीमा करवाया है.
इन यूनिकॉर्न्स (unicorn) के फाउंडर्स को ऐसी कंपनी खड़ी करनी चाहिए जो कि समाज को और मजबूत करे. इनका मकसद पैसा कमाकर निकलना नहीं होना चाहिए.
मजाक में निकला चाय बेचने का आइडिया दर्शनभाई को क्लिक कर गया. इसके बाद की कहानी किसी से छिपी नहीं है. आज देश के 4 राज्यों में Tea Post के 170 आउटलेट चल रहे हैं.
सरकार ने नए स्टार्टअप्स को मदद देने के लिए स्टार्टअप सीड फंड लॉन्च किया है. इसके जरिए देश के करीब 3,600 स्टार्टअप्स को फायदा होगा.