Retail Inflation CPI: सांख्यिकी मंत्रालय के मुताबिक मई 2021 में खाद्य महंगाई बढ़कर 5.01 फीसदी हो गई है.
WPI Inflation: कच्चे तेल की कीमतों की वजह से पेट्रोल, डीजल के दाम भी बढ़े हैं जिसका असर WPI पर दिखा. आज शाम को रिटेल महंगाई के आंकड़े भी जारी होंगे
Wholesale Inflation: मार्च महीने में WPI 7.39 फीसदी पर थी जबकि अप्रैल 2020 के दौरान WPI माइनस 1.57 फीसदी पर रही थी
Inflation: अप्रैल में CPI रिजर्व बैंक के तय दायरे में ही रही है. महंगाई के आधार पर ही RBI मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी में नीतियों पर फैसला लेता है.
RBI Credit Policy: रेपो रेट में बदलाव से ग्राहकों की लोन की EMI पर असर पड़ता है. रेपो रेट बढ़ने से आपकी EMI का बोझ बढ़ने की आशंका रहती है.
Inflation: महंगाई को नजर में रखते हुए ही RBI रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट का फैसला लेता है जिससे आपकी EMI पर असर पड़ता है.
Deposit Rates: रिटेल महंगाई बढ़कर 5% पर पहुंच गई है. आकलन करें तो जानेंगे कि जमाकर्ता को महंगाई के मुकाबले कोई खास रिटर्न मिल नहीं रहा
Retail Inflation: इकनॉमिक रिसर्च एजेंसी एनसीएईआर के पब्लिश किए गए बिजनेस कॉन्फिडेंस सर्वे में कहा गया है कि आउटलुक में सुधार हो रहा है.
CPI: जनवरी में रिटेल महंगाई नरम होकर 4.06 प्रतिशत पर आ गयी. इसका मुख्य कारण सब्जियों की कीमतों में कमी आना है.