Retail Inflation: आपकी जेब पर महंगाई को बोझ घटा है, सांख्यिकि मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़े बताते हैं कि अप्रैल में खुदरा महंगाई में गिरावट आई है. मंत्रालय के मुताबिक अप्रैल में रिटेल महंगाई दर (CPI) घटकर 4.29 फीसदी रही है जबकि मार्च महीने में ये 5.52 फीसदी थी.
अप्रैल में खाद्य महंगाई दर में गिरावट और ज्यादा रही है. मार्च 2021 के 4.87 फीसदी के मुकाबले अप्रैल में खाद्य महंगाई दर 2.02 फीसदी पर आई है.
CPI और खाद्य महंगाई दोनों तीन महीनों के निचले स्तर पर हैं.
शहरी इलाकों में रिटेल महंगाई दर (Retail Inflation) 4.77 फीसदी रही जबकि खाद्य महंगाई 3.15 फीसदी पर है. तो वहीं ग्रामीण इलाकों में CPI 3.82 फीसदी और खाद्य महंगाई 1.45 फीसदी पर आई है.
गौरतलब है कि रिटेल महंगाई के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने 2 से 6 फीसदी का दायरा तय किया है. महंगाई के आधार पर ही रिजर्व बैंक अपने मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी में नीतियों पर फैसला लेता है.
महंगाई दर
औद्योगिक उत्पादन में बढ़त
मंत्रालय द्वारा ही जारी इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन के आंकड़े भी अर्थव्यवस्था के लिए उम्मीद दर्शाते हैं. मंत्रालय ने मार्च महीने के आंकड़े जारी किए हैं जिसमें इंडेंक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (IIP) 22.4 फीसदी की दर से बढ़ी है. फरवरी महीने में IIP 129.6 के स्तर पर था जबकि मार्च में ये बढ़कर 143.4 के स्तर पर आया है.
पिछले साल मार्च में लॉकडाउन की वजह से IIP माइनस 18.7 फीसदी थी – यानी उत्पादन में बड़ी गिरावट आई थी.
हालांकि पूरे वित्त वर्ष 2021 में इंडस्ट्रियल आउटपुट में 8.6 फीसदी की दर से गिरावट देखने को मिली है. कोविड-19 की वजह से लगे देशव्यापी लॉकडाउन का असर दिखा है.
मुख्य सेक्टर्स के आउटपुट पर गौर करें, तो मार्च महीने में माइनिंग में 6.1 फीसदी की दर से ग्रोथ रही, मैन्युफैक्चरिंग में 25.8 फीसदी की ग्रोथ और इलेक्ट्रिसिटी में 22.5 फीसदी की ग्रोथ देखने को मिली है.
पूरे वित्त वर्ष 2021 में मैन्युफैक्चरिंग में 9.8 फीसदी की दर से गिरावट दर्ज की गई है.