आवक घटने और अनुमान की तुलना में उत्पादन कमजोर रहने की वजह से चने की कीमतों में तेजी जारी है.
पिछले दो-तीन वर्षों में देश में दलहन का उत्पादन घटा है, जिससे आयात लगातार बढ़ रहा है.
चना और अन्य सभी दालों की उपलब्धता के साथ ही कीमतों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है ताकि किसानों और उपभोक्ताओं को नुकसान नहीं पहुंचे.
भारत ने इस साल 2.28 मिलियन टन दालों का आयात कर लिया है.
बढ़ते इंपोर्ट, स्टॉक लिमिट पर सख्ती और चने की बिक्री बढ़ने से कीमतों पर दबाव
अरहर दाल, चना दाल और मूंग दाल की कीमतों में जोरदार उछाल देखा जा रहा