वीपीएफ और एनपीएस दोनों इक्विटी और डेट में निवेश करते हैं
NPS Investment Tips: रेशियो और फंड मैनेजर का सही से चुनाव कैसे करें, इसपर फिनसेफ की संस्थापक मृण अग्रवाल ने मनी9 हेल्पलाइन में सलाह दी
उम्र के इस मोड़ पर होने वाले मेडिकल खर्चों के लिए, महंगाई को मात देने के लिए, अचानक आए खर्च से निपटने के लिए रिटायरमेंट प्लानिंग जरूर होनी चाहिए.
एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोई 30 साल की उम्र से पहले रिटायरमेंट प्लानिंग शुरू कर देता है तो रिटायरमेंट के बाद की लाइफ के लिए एक अच्छा फंड बना सकता है.
NPS Investment: निवेश कितना किया जाए, यह तय करने से पहले आपको अपने मौजूदा खर्चों का आंकलन करना चाहिए. समय के साथ इस राशि को बढ़ाते रहना चाहिए.
आप जब चाहें तब पैसे निकाल सकते हैं. Tier-II में संपूर्ण राशि की निकासी पर कोई रोक नहीं है. पैसे विड्रॉ करने पर कोई exit load नहीं.
NPS में किया गए निवेश को PFRDA के तहत पंजीकृत पेंशन फंड मैनेजर्स संभालते हैं. एक्टिव चॉइस में क्लास E विकल्प पर 50% निवेश शेयरों में होता है.