बैंकों के डूबने पर ग्राहकों को पैसे दिए जाने का फैसला राहत लेकर आया है, यह सोचने पर भी मजबूर करता है कि एक ही बैंक में अपने पैसे रखना कितना सही है?
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि राज्य ने 18-21, 22-25, 26-28, 29-35 और 35 आयुवर्ग से ऊपर के सभी आयु समूहों को नौकरी देने में अन्य राज्यों से आगे रहा.
कोवीशील्ड के पास EU में मार्केटिंग ऑथराइजेशन नहीं है और ये बड़ी अड़चन साबित हो रहा है. कोवैक्सीन लगाने वालों को भी ट्रैवल में मुश्किल हो रही है.
मैटरनिटी प्लान कोई नई बात नहीं है। कुछ बीमाकर्ता पहले से ही इसकी पेशकश कर रहे हैं।
कोरोना महामारी से सबसे बुरी तरह प्रभावित इन राज्यों में किसी तरह की ढील या लापरवाही तीसरी लहर के खतरे को बड़े तौर पर बढ़ा सकता है.
RBI ने ऐलान किया है कि वह अपनी डिजिटल करेंसी लॉन्च करने वाला है. ये कदम स्वागतयोग्य है क्योंकि इससे भारतीय निवेशकों को बड़ी सहूलियत होगी.
सबसे बड़ी बात ये है कि सैन्य सेवाओं से जुड़े लोगों में वित्तीय जागरूकता का अभाव होता है. इनके लिए देश सबसे पहले है और पैसा ज्यादा अहमियत नहीं रखता.
वित्त मंत्री ने भी ईमानदार टैक्सपेयर्स को बधाई दी है और कहा है कि इनके योगदान को मान्यता मिलनी चाहिए.
जोमैटो की 1 लाख करोड़ की वैल्यूएशन से ये सवाल पैदा हो रहा है कि लॉस में बनी हुई ये कंपनी क्या इस वैल्यूएशन की हैसियत रखती भी है या नहीं?
जलभराव से मुंबई में जान-माल की हानि और सेवाओं में खराबी के साथ ही सामान्य जनजीवन को बेहिसाब क्षति पहुंचती है.