केंद्रीय बैंक ने फिस्कल इयर 2022 की तीसरी तिमाही के लिए GDP ग्रोथ का अनुमान पहले के लगाए गए अनुमान 6.8 फीसदी से घटाकर 6.6 फीसदी कर दिया है.
फंड फ्लो धीमा हो गया है. ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि राज्य सरकारें पार्लियामेंट से सप्लीमेंट्री अलॉकेशन का इंतजार कर रहे हैं.
2020 के कोविड-19 वर्ष में यह संख्या बहुत अधिक हो सकती है. यदि प्रस्ताव पारित हो जाता है, तो यह लाखों वर्कर्स के लिए एक बड़ी राहत हो सकती है.
Foreign Listing: ओवरसीज डायरेक्ट लिस्टिंग की अनुमति देने का निर्णय मार्च 2020 में घोषित किया गया था, लेकिन इसके बाद कोई फॉलो-अप एक्शन नहीं लिया गया.
जहां बैंक फिल्मी सितारों और क्रिकेटरों को एंडोर्स करने के लिए स्वतंत्र हैं तो वहीं म्यूचुअल फंड और स्टॉक ब्रोकरेज इससे बचते हैं.
रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा नीति 6 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक चलेगी. इकनॉमिस्ट्स के मुताबिक, RBI लगातार 8वीं बार ब्याज दरों को बिना बदले रख सकता है.
Economy: कोलंबिया यूनिवर्सिटी में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर पनगढ़िया ने कहा कि आम धारणा के विपरीत भारत में निजी निवेश निश्चित रूप से पहले ही बढ़ चुका है
Monetary Policy: एमपीसी ने पॉलिसी रेटस को अनचेंज्ड रखने का फैसला लिया है. ये एक ऐसा निर्णय है जिसकी काफी हद तक उम्मीद थी.