ज्यादातर छात्रों ने पड़ोसी देशों की यूनिवर्सिटी में कराया तबादला, 10 फीसद छात्र यूक्रेन में ही पूरी करेंगे पढ़ाई.
ऐसे छात्रों को ड्यूटी (COVID Duty) पर लगाने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय, मेडिकल काउंसिल और इंडियन नर्सिंग काउंसिल को फैसला लेना होगा.