भारत का मार्केट कैप 4 ट्रिलियन डॉलर के नीचे गिर गया है, जो ग्लोबल बाजारों में सबसे निचले स्थान पर पहुंच गया है। यह गिरावट विभिन्न कारकों के कारण हो सकती है, जैसे कि वैश्विक आर्थिक स्थितियों, राजनीतिक अस्थिरता, और घरेलू आर्थिक चुनौतियों के कारण। इस गिरावट का असर शेयर बाजार पर भी पड़ सकता है, और निवेशकों को अपने निवेश के निर्णय लेने में सावधानी बरतनी होगी।
सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड के शेयर में लगातार तीन दिनों से तेजी बनी हुई है, शुक्रवार को इसमें 3 फीसदी की बढ़त से इसके शेयर अपने नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गए, साथ ही मार्केट कैप भी 1 लाख करोड़ के पार हो गया.
अदानी समूह की लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप बुधवार को 11,300 करोड़ रुपए बढ़कर 200 अरब डॉलर पर पहुंच गया
Mcap Calculation: किसी लिस्टेड एंटिटी के बाजार पूंजीकरण में बाजार की गतिशीलता के आधार पर दैनिक आधार पर उतार-चढ़ाव होता रहता है
बीएसई पर आरआईएल का शेयर 1.89% की तेजी के साथ 2957.80 रुपए के 52-सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुंचा
इसका शुरुआती कारोबार बढ़कर 354.41 लाख करोड़ रुपए के अब तक के उच्च स्तर पर पहुंच गया.
पिछले सप्ताह बीएसई के मानक सूचकांक सेंसेक्स में 890.05 अंक की उछाल दर्ज की गई
कई लोग मार्केट कैप से कंपनी की कीमत का अंदाजा लगाते हैं, तो कुछ लोग Enterprise value को इसका ज्यादा सटीक तरीका बताते हैं.
पिछले 30 वर्षों की तुलना में पिछले 18 महीनों में भारतीय बाजारों में अधिक खुदरा निवेशक जुड़े हैं.
गुजरे सप्ताह में रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण 1,02,382 करोड़ रुपये बढ़कर 15,14,017.50 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.