अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अपनी प्रमुख ब्याज दर को पहले जैसा रखने से वैश्विक बाजारों में तेजी का रुख रहा. इसका असर भारतीय बाजार में भी देखने को मिला. यही वजह है कि बीएसई में लिस्टेड कंपनियों के मार्केट कैप में गुरुवार को जबरदस्त उछाल आया. जिससे इसका शुरुआती कारोबार बढ़कर 354.41 लाख करोड़ रुपए के अब तक के उच्च स्तर पर पहुंच गया. वहीं सेंसेक्स के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंचने से निवेशकों की संपत्ति भी बढ़कर 3.22 लाख करोड़ रुपए हो गई है. वहीं बीएसई का 30 शेयर वाला सूचकांक सेंसेक्स 955.4 अंक उछलकर 70,540 के अपने अब तक के हाई पर पहुंच गया.
आंकड़ों के अनुसार बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण (Market Cap) शुरुआती कारोबार में 3,54,41,617.18 करोड़ रुपए के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया. निवेशकों की संपत्ति बढ़कर 3,22,385.27 करोड़ रुपए हो गई, जो बुधवार को 3,51,19,231.91 करोड़ रुपए थी. सेंसेक्स की कंपनियों में इंफोसिस, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, बजाज फाइनेंस, टेक महिंद्रा, विप्रो और इंडसइंड बैंक के शेयर फायदे में रहें. वहीं पावर ग्रिड, नेस्ले, एशियन पेंट्स और हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयर में लॉस रहा. अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई, हांगकांग का हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी फायदे में रहे, जबकि जापान का निक्की नुकसान में रहा. जबकि अमेरिकी बाजार बुधवार को सकारात्मक रुख के साथ बंद हुए.
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने बुधवार को 4,710.86 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे. अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने अगले साल ब्याज दर में तीन चौथाई अंकों की कटौती का संकेत भी दिया है.