मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) फिर देश की टॉप कंपनी बन गई है. इसका मार्केट कैप बढ़कर 20 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया है. इसके साथ ही रिलायंस इंडस्ट्रीज इस मुकाम पर पहुंचने वाली देश की पहली भारतीय कंपनी बन गई है. पिछले दो हफ्तों में स्टॉक का बाजार मूल्य 1 लाख करोड़ रुपए बढ़ गया है. इससे पहले 29 जनवरी को 19 लाख करोड़ रुपए का स्तर पार किया था. बीएसई पर आज आरआईएल का शेयर 1.89% की तेजी के साथ 2957.80 रुपए के 52-सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुंचा.
इस कैलेंडर वर्ष में अब तक भारत के सबसे मूल्यवान स्टॉक का शेयर मूल्य लगभग 14% बढ़ गया है. आरआईएल के शेयरों ने अगस्त 2005 में 1 लाख करोड़ रुपए के मार्केट कैप के आंकड़े को छू लिया था, जबकि 10 लाख करोड़ रुपए का स्तर नवंबर 2019 में हासिल किया था. वहीं 20 लाख करोड़ रुपए के साथ, आरआईएल भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी बनी हुई है. दूसरी कंपनियों की बात करें तो टीसीएस 15 लाख करोड़, एचडीएफसी बैंक 10.5 लाख करोड़ , आईसीआईसीआई बैंक 7 लाख करोड़ और इंफोसिस 7 लाख करोड़ रुपए की वैल्यूएशन रखते हैं.
कैसा रहा कंपनी का प्रदर्शन?
आरआईएल के दिसंबर तिमाही के नतीजे काफी हद तक बाजार की उम्मीदों के अनुसार थे, क्योंकि कम दरारें और डेल्टा के साथ कई इकाइयों में रखरखाव के कारण इसका O2C EBITDA 14% QoQ गिरकर 140.6 बिलियन रुपए हो गया. Jio का EBITDA 1.4% QoQ बढ़कर 142.6 बिलियन रुपए हो गया, जबकि रिटेल EBITDA 8% QoQ बढ़कर 62.7 बिलियन रुपए हो गया. RIL का टैक्स के बाद मुनाफा Q3FY24 में 19,641 करोड़ रुपए रहा, जो QoQ से 1.2% कम और सालाना आधार पर 10.3% अधिक और बाजार की उम्मीद 18,080 करोड़ रुपाए से अधिक है.
क्या है विशेषज्ञों की राय?
शेयरखान ने आरआईएल पर खरीदारी की रेटिंग बरकरार रखा है. साथ ही कहा है कि कारोबार में मजबूत संभावनाओं और खुदरा, डिजिटल सेवाओं और वित्तीय सेवाओं के पोर्टफोलियो से संभावित मूल्य अनलॉकिंग को देखते हुए यह एक आकर्षक लॉन्ग टर्म निवेश के लिए बेहतर अवसर है. सिटी ने भी आरआईएल को डाउनग्रेड करके न्यूट्रल कर दिया है. उनका कहना है कि हमने Jio (उच्च टैरिफ बढ़ोतरी), रिटेल (हाल ही में मजबूत प्रदर्शन), और O2C (3Q बीट) के नेतृत्व में अपने FY24-26E EBITDA को 2-5% बढ़ाया है.
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