इस फैक्ट को ध्यान में रखते हुए कि एजुकेशन की महंगाई दर बहुत ज्यादा है, एक ऐसा इन्वेस्टमेंट इंस्ट्रूमेंट चुनना जरूरी है.
भले ही जब ये दोहा लिखा गया तब शेयर बाजार का नामो निशान नहीं था लेकिन तब भी रहीम के दोहे में छिपी है एक बड़ी बात.
रिटर्न के मामले में स्मॉल-कैप सबसे आगे हैं, इसी कारण निवेशक इसमें पैसा लगाने को तैयार हैं. जहां रिटर्न ज्यादा है, वहां रिस्क भी ज्यादा होता है.
Coupon Bonds: ये एक ऋण दायित्व है. यह निवेशक को अतिरिक्त ब्याज प्राप्त करने का एक आसान तरीका प्रदान करता है.
Retirement Planning Before 15 Years: यदि आपके रिटायरमेंट में 15-20 साल का वक्त बाकी हैं तो आपको NPS और स्मोल-कैप म्यूचुअल फंड को शामिल करना चाहिए.
Best Tax-Saving Instruments: पीपीएफ में निवेश करने वाले लोग 15 साल बाद हर पांच साल बाद निवेश की अवधि 5-5 साल बढ़ा सकते हैं.
आपको खुद से एक सवाल पूछने की जरूरत है कि आप खुद को कल कहां देखना चाहते हैं.
कुछ उच्च रेटिंग वाले डिविडेंड यील्ड फंड्स का पिछले 5 साल का रिटर्न 11% से 17% के बीच है, वहीं 3 साल का रिटर्न 16% से 22% के बीच है.
आशीष कहते हैं कि 500-600 तरह के इक्विटी म्यूचुअल फंड मे से अपने लिए सही फंड चुनने की माथापच्ची से बचना है तो पैसिव फंड आसान हैं.
मार्केट की दिशा को प्रभावित करने में बहुत सारे कारक होते हैं, ऐसे में इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है. मार्केट ही आपके निवेश की कीमत तय करता है.