भारतीय क्रेडिट ब्यूरो सीआरआईएफ ने जारी की रिपोर्ट
जिनकी सैलरी काफी कम होती है या निश्चित नहीं है उन्हें लोन लेने में दिक्कत आती है. इसलिए लोन के लिए आवेदन करते वक्त यह समझना होगा कि बैंक किन आधार पर आपको लोन देगा
होम लोन की ईएमआई कम करने के लिए टेन्योर समेत दूसरी बातों का रखें ध्यान
वर्ष 2022-23 में बैंकों ने 2.52 लाख करोड़ रुपए का होमलोन दिया.
बैंक का कर्ज दरों में बढ़ोतरी का फैसला ऐसे समय पर आया है जब RBI ने बिना किसी बदलाव के रेपो रेट 6.5 फीसद की दर पर बरकरार रखी है.
होम लोन की डील जैसे पक्की होती है वैसे ही बैंक आपको मैंडेटरी इंश्योरेंस का हवाला देने लगते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं ये बस बीमा बेचने का बहाना है. बैंक दबाव बनाने के लिए इसे अनिवार्य बताते हैं. जागते रहो में समझिए कि क्यों आपको बैंक से ये बीमा नहीं लेना चाहिए-
क्या बढ़ जाएगा Sugar Price? Industry में क्यों घटी कर्ज की मांग? Home Loan कैसे बन गया गले का फंदा? Dividend को लेकर क्या है गुजरात सरकार का फैसला? GDP Growth पर क्या है सरकार की चिंता?
लोन रिफाइनेंस कराने पर आपको प्रोसेसिंग फीस जैसे कुछ शुल्क चुकाने पड़ते हैं. इसलिए अगर आप भी महंगी ब्याज दरों से परेशान हैं और अपने होम लोन को रिफाइनेंस कराने की सोच रहे हैं. तो हम आपको बताते हैं रिफाइनेंस से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
होम लोन लेकर घर खरीदने पर सबसे पहले बात डाउन पेमेंट जुटाने की आती है. घर के लिए कितना डाउन पेमेंट चाहिए होता है? किस तरीके से डाउन पेमेंट जुटाया जा सकता है?
इस बार रेपो रेट में RBI में किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया था. इसके बाद भी बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने ब्याज में बढ़ोतरी की है.