लोन लेते समय ऐसा ऋणदाता का चुनाव करें जो दूसरे संस्थानों के मुकाबले सबसे कम ब्याज दर भी लोन ले रहा हो. क्योंकि होम लोन एक लॉन्ग टर्म वित्तीय कमिटमेंट है.
बैंक ऑफ इंडिया ने अपनी नई होम लोन दरों को कम कर दिया है. बैंक ने ब्याज दरें 8.45% से घटाकर 8.3% कर दिया है
कई ऋणदाताओं ने हाल ही में फंड-आधारित उधार दर (MCLR) में बदलाव किया है, ऐसे में EMI अधिक महंगी हो जाएंगी
ज्यादातर बैंक दो तरह से होम लोन देते हैं. इसमें पहला निश्चित ब्याज दर और दूसरा फ्लोटिंग ब्याज दर है
ज्यादातर बैंक दो तरह से होम लोन देते हैं. इसमें पहला निश्चित ब्याज दर और दूसरा फ्लोटिंग ब्याज दर है
रियल एस्टेट कंपनियां चाहती हैं कि बढ़ती लागत को रोकने के लिए सरकार दखल दे ताकि अफोर्डेबल हाउसिंग के टारगेट को झटका न लगे
SBI ने होम लोन की दरों को 6.70% से बढ़ाकर 6.95% कर दिया है. नई दरें 1 अप्रैल से लागू हो गई हैं. ऐसे में दूसरे बैंक भी इसी राह पर चल सकते हैं.
Home buyers: घरों की बिक्री बढ़ाने के लिए दिल्ली, महाराष्ट्र और कर्नाटक सरकार ने स्टैंप ड्यूटी में कटौती की है. इससे ग्राहकों की जेब का बोझ काफी कम हुआ है.
Home Loans- सरकारी के साथ प्राइवेट बैंकों ने होम लोन इंट्रस्ट रेट (Interest rates) घटा दिए हैं. ये रेट्स 10 साल में सबसे कम के स्तर पर हैं.
HDFC ने होम लोन पर इंट्रेस्ट रेट में 5 बेसिस प्वॉइंट्स की कटौती की है. कटौती का फायदा वर्तमान लोन धारकों को भी मिलेगा. इंट्रेस्ट रेट में कटौती को 4 मार्च से लागू किया जाएगा.