इंडस्ट्री की ग्रोथ को मूल रूप से तेजी हेल्थ इंश्योरेंस की बढ़ती मांग से मिली है. इस दौरान हेल्थ इंश्योरेंस की ग्रोथ 31.5 फीसदी रही है.
UBS ने कहा है कि मौजूदा फिस्कल में भारत की ग्रोथ 11.5% रहेगी. ब्रोकरेज हाउस ने कहा है कि कोविड की दूसरी लहर का इकनॉमी पर खास असर नहीं होगा.
विश्व बैंक ने कहा है कि भारत ने कोविड-19 आने के एक साल में तेजी से वापसी की है, लेकिन अभी भी कई चुनौतियां बनी हुई हैं.
UNESCAP की रिपोर्ट में कहा गया है कोविड-19 के लिए वैक्सीन आने के बावजूद भारत की ग्रोथ का 2019 के लेवल पर लौटना मुश्किल होगा.
वैश्विक संस्थाओं और रेटिंग एजेंसियों ने अगले वित्त वर्ष में डबल डिजिट ग्रोथ का अनुमान जताया है. ग्रोथ का असर नई नौकरियों के तौर पर दिखेगा.
Core Industry: अप्रैल-जनवरी 2020-21 में इन क्षेत्रों का उत्पादन साल भर पहले की इसी अवधि में 0.8% की वृद्धि की तुलना में 8.8 प्रतिशत गिरा