भारत की सोने की मांग अप्रैल-जून तिमाही के दौरान 23% बढ़कर 32,810 करोड़ रुपये रही. सोने में निवेश की मांग 10 फीसदी बढ़कर 9,060 करोड़ रुपये हो गई है.
यदि सोने की कीमत स्थिर रहेगी तो आपको रिटर्न भी हासिल नहीं होगा. SIP की तरह सोने पर निवेश करते रहें. एक समय बाद आपको औसत कीमत प्राप्त हो जाएगी.
सोने का भावः बाजार खुलने के साथ ही 999 शुद्धता वाले सोने का भाव 48199 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा. जबकि 999 शुद्धता वाली चांदी की कीमत 69263 रुपये है.
Gold ETF: गोल्ड ईटीएफ में मई में शुद्ध रूप से 288 करोड़ रुपये का निवेश हुआ. अप्रैल में यह आंकड़ा 680 करोड़ रुपये रहा था.
सर्राफा बाजार में गोल्ड का दाम 4,973 रुपये प्रति 1 ग्राम है, जबकि SGB में ये दाम 4,777 रुपये है और 50 रुपये के डिस्काउंट के बाद आपको केवल 1 ग्राम के 4,727 रुपये ही देने होंगे.
SGB: आप चाहें 1 ग्राम सोना खरीदें या फिर 4 किलो, हर तरह का विकल्प आपके पास उपलब्ध है. बस इतना है कि आपके हाथ में नहीं होते हुए भी सोना होगा.
देश में गोल्ड की कीमत तय करने के लिए कोई रेगुलेटर नहीं है. इसके अलावा अलग-अलग दुकानों में सोने के दाम में अंतर की दूसरी वजहें भी हैं.
बीते वित्त वर्ष निवेशकों ने गोल्ड से जुड़े 14 ETF में नेट 6,919 करोड़ रुपये का निवेश किया. यह 2019-20 में हुए 1,614 करोड़ के निवेश का चार गुना है.
डॉलर के मुकाबले रुपये के कमजोर होने के बीच दिल्ली में बुधवार को Gold 587 रुपये मजबूत होकर 45,768 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया.
दिल्ली में सोने (Gold) की कीमतें 83 रुपये बढ़कर 45,049 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई हैं. कोविड की चिंता से सोने के दाम चढ़े हैं.