रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स (SGB) स्कीम की पहली किस्त का आज आखिरी दिन है. एक्सपर्ट बताते हैं कि लंबे समय के लिए गोल्ड में निवेश करना है तो SGB अच्छा विकल्प है, वहीं सेकेंडरी मार्केट में बॉन्ड बेच भी सकते हैं. फिजिकल गोल्ड की तुलना में गोल्ड बॉन्ड में आर्बिट्राज का फायदा है.
फिजिकल मार्केट में 10 ग्राम सोने का भाव 49,730 रुपये (99.9 प्योरिटी) के करीब है, यानी कि 1 ग्राम 4,973 रुपये में मिलता है.
इसकी तुलना में गोल्ड बॉन्ड का दाम 4,777 रुपये है और 50 रुपये के डिस्काउंट के बाद आपको केवल प्रति ग्राम 4,727 रुपये ही चुकाने होंगे. इस तरह से प्रति ग्राम 246 रुपये कम भाव में आप बॉन्ड खरीद सकते हैं और दो हफ्ते के बाद शेयर की तरह ट्रेड भी कर सकते हैं.
एक्सपर्ट की राय
अहमदाबाद स्थित Investor Point के फाउंडर जयदेवसिंह चुडासमा के मुताबिक, “गोल्ड बॉन्ड में निवेश करके आप आर्बिट्राज का फायदा भी ले सकते हैं. यदि आपके पास सरप्लस कैश है और लंबे वक्त के लिए निवेश करना चाहते हैं तो गोल्ड बॉन्ड अच्छा विकल्प है.”
मान लिजिए आपने 50 बॉन्ड परचेज किए हैं, तो आपको 2,36,350 रुपये (4,727 x 50) खर्च करने होंगे. साल में आपको 2.5 फीसदी के हिसाब से 59,087 रुपये का रिटर्न मिलेगा और सोने का भाव बढ़ेगा अलग से.
Emkay Wealth ने निवेशकों को लिखा है, “गोल्ड ने अपनी वैल्यू बरकरार रखी है और इनफ्लेशन के सामने हेज के रूप में काम आया है.”
गोल्ड में निवेश के लिए फिजिकल गोल्ड के साथ साथ डिजिटल गोल्ड और ETF का विकल्प भी है. लेकिन, गोल्ड बॉन्ड में सालाना 2.5 फीसदी का गॉरंटीट रिटर्न इसका सबसे बड़ा आकर्षण है, जो साल में दो बार दिया जाता है.
यानी कि निवेशकों को लॉन्ग–टर्म में प्राइस एप्रीशिएशन और शॉर्ट–टर्म में ब्याज का डबल बेनिफिट मिलता है. RBI के मुताबिक, बॉन्ड इश्यू होने के दो हफ्ते बाद आप इन्हें स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड भी कर सकते हैं.
RBI द्वारा सितंबर तक 6 किस्तों में गोल्ड बॉन्ड्स इश्यू किए जाएंगेः
1) 17–21 मई 2) 24–28 मई 3) 31 मई से 4 जून 4) 12-16 जुलाई 5) 9-13 अगस्त 6) 30 अगस्त से 3 सितंबर
टेन्योर और रिटर्न?
SGB पर न तो आपको कोई GST देना है और न ही फिजिकल गोल्ड की तरह से इन पर आपको मेकिंग चार्ज चुकाना है. एक बड़ा फायदा ये भी है कि इन बॉन्ड्स की सभी एक्सचेंजों पर ट्रेडिंग भी की जा सकती है.
इनमें 8 साल का लॉक–इन होता है. आपको निवेश के साथ ही हर साल 2.5 फीसदी का ब्याज भी मिलता है. एक बॉन्ड एक ग्राम गोल्ड को दर्शाता है. निवेश की कुल अवधि 8 साल होती है लेकिन निवेश के 5वें साल से इससे एक्जिट करने का विकल्प मिल जाता है.
SGB में कम से कम 1 ग्राम सोने का निवेश करना होता है. जबकि एक व्यक्ति या HUF अधिकतम 4 किलोग्राम सोने का सब्सक्रिप्शन ले सकता है. वहीं ट्रस्ट के लिए ये सीमा 20 किलोग्राम की है.
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