डिपॉजिटरी के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है.
इससे पहले दिसंबर में FPI ने बॉन्ड में 18,302 करोड़ रुपये, नवंबर में 14,860 करोड़ और अक्टूबर में 6,381 करोड़ रुपये डाले थे.
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने इस महीने अबतक (25 जनवरी तक) भारतीय शेयरों से शुद्ध रूप से 24,734 करोड़ रुपये निकाले हैं.
भारतीय शेयरों के ऊंचे मूल्यांकन और अमेरिका में बॉन्ड पर प्रतिफल बढ़ने की वजह से एफपीआई बिकवाल बने हुए हैं.
विदेशी निवेशकों ने अगस्त और सितंबर के महीनों में 39,300 करोड़ रुपए की शुद्ध निकासी की थी.
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि साल 2024 में यही ट्रेंड जारी रहेगा
विदेशी निवेशकों ने इस साल अब तक इक्विटी बाजारों में 1.31 लाख करोड़ रुपए और ऋण बाजारों में 55,867 करोड़ रुपए का निवेश किया.
FPI ने पिछले महीने ऋण बाजार में 14,860 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया जो छह साल का उच्चतम स्तर है
JSW से लेकर टाटा ग्रुप जैसे बड़ी कंपनियों ने अपने आईपीओ बाजार में पेश किए हैं.
नवंबर के पहले दो हफ्तों में लगातार बिकवाली के बाद FPI 15 और 16 तारीख को खरीदार बन गए