खर्चे का परचा फूफा जैसे जैसे पढ़ रहे थे, वैसे-वैसे बढ़ रहा था बुआ का गुस्सा. आगे जानने के लिए देखिए इस हफ्ते का मनीकॉमिक.
RIL की FMCG सेक्टर में एंट्री से Nestle India जैसी monopoly कंपनियों पर कैसे और किस हद तक असर होगा? जानने के लिए देखें हमारी खास रिपोर्ट.
दिग्गज FMCG कंपनी HUL का मानना है कि आगे भी महंगाई का दबाव बने रहने से वातावरण चुनौतीपूर्ण रहेगा. इस चुनौती से निपटने और ग्राहकों को सस्ते उत्पाद उ
बुधवार को दिग्गज एफएमसीजी कंपनी HUL के नतीजे जारी हुए. ये नतीजे अर्थव्यवस्था की एक बड़ी असंगति को दिखाते हैं. आखिर ग्रामीण क्षेत्रों में भी FMCG
हाल में आक्रामक बिकवाली देखने के बाद अब बैंकिंग सेक्टर में भी खरीदारी देखी जा सकती है. इन सबकी वजह से FPI का रुख पॉजिटिव होगा.
Zee और Invesco के बीच EGM को लेकर चल रहे विवाद ने इस हफ्ते दिलचस्प मोड़ ले लिया.
महंगाई की तीसरी लहर आने वाली है. वित्त मंत्री ने बजट भाषण सुना दिया. आरबीआइ गर्वनर क्रेडिट पॉलिसी समझा गए लेकिन महंगाई ऐसा मर्ज
बिजोम की ताजा रिपोर्ट में बताया गया है कि सभी श्रेणियों में 13% और 35% के बीच वृद्धि हुई, लेकिन होम केयर में 8% की गिरावट दर्ज की गई है.
तेल की बढ़ी हुई कीमतों पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने आयात शुल्क में कटौती की जिसके चलते कीमतें कुछ हद तक कम देखी गईं.
FMCG: कंपनियां विज्ञापन खर्च बढ़ा रही हैं क्योंकि देश भर में कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन के खुलने के बाद अर्थव्यवस्था सुधर रही है.