सेबी के नियमों के मुताबिक गिल्ट फंडों को अपने एसेट का कम से कम 80 फीसदी सरकारी सिक्योरिटीज में निवेश करना जरूरी है.
आपको टार्गेट, रिस्क, अवधि, फंड मेनेजर का ट्रेक रिकॉर्ड, एक्सपेंस रेशियो, फंड का परफॉर्मस जैसे पहलुओं को ध्यान में लेना चाहिए.
STOCK SIP का फायदा ये है कि आप छोटी-छोटी रकम से लंबी अवधि में बड़ा पोर्टफोलियो खड़ा कर सकते हैं. यह सुविधा आपको शेयर ब्रोकर उपलब्ध कराते हैं.
सर्टिफाइड फाइनेंशियल एडवाइजर बिरजु आचार्य कहते हैं कि अगर आपको पैसे की शॉर्ट टर्म में जरूरत नहीं है, तो ये अच्छा फंड है.
अगर आप केवल MF में निवेश करेंगे तो टैक्स छूट नहीं मिलेगी लेकिन अगर आप ELSS में निवेश करेंगे तो 80C के तहत 1.5 लाख के डिडक्शन के हकदार होंगे.
Mutual Funds: जो लोग शेयर बाजार में निवेश के बारे में बहुत नहीं जानते, उनके लिए म्यूचुअल फंड निवेश का एक अच्छा विकल्प है.
Mutual Funds: मिडकैप स्कीमों में 958.17 करोड़ रुपये का निवेश आया है. वहीं सेक्टरल फंड्स में भी निवेशकों की ओर से रुझान मजबूत रहा है.