देश में बिजली की मांग रिकॉर्ड 223 गीगावाट पर पहुंची, कोयले की किल्लत के बीच कैसे पूरी होगी मांग?
देश में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची मांग, कोयले की कमी की वजह से बढ़ेगा संकट
NTPC ओडिशा के पारादीप से अपने दो पावर प्लांट्स हरियाणा के झज्जर और उत्तर प्रदेश के दादरी में RSR रूट के ज़रिए कोयले की ढुलाई शुरू कर चुकी है.
ऊर्जा मंत्रालय ने बिजली उत्पादन की कुल लागत में कमी लाने के उद्देश्य से ‘डे-अहेड नेशनल लेवल मेरिट ऑर्डर डिस्पैच’ व्यवस्था की संशोधित संरचना को अंतिम रूप दिया है. इससे ग्राहकों को बिजली के लिए कम कीमत चुकानी होगी.
क्या गेहूं को महंगा कर दुनिया की टेंशन बढ़ाएंगे पुतिन? कितने लंबे चलेंगे जमा पर ब्याज के अच्छे दिन? क्यों तेजी से घट रहे क्रेडिट कार्ड यूजर्स?
पुराना और ज्यादा बिजली खाने वाला AC कब तक ढोएं? कब उसे बदल देना चाहिए? AC से जुड़े इस तरह के और भी सवालों के जवाब जानने के लिए देखें यह वीडियो.
बताने को छुपा क्या है? देश में पांचवा सबसे बड़ा कोयला रिजर्व है, हम दुनिया के दूसरे सबसे बड़े कोयला उत्पादक है.
बिजली संकट को देखते हुए केंद्र ने राज्यों को कोयला आयात में तेजी लाने के लिए कहा है.उत्पादन करने वाली कई इकाइयां कोयले की कमी का सामना कर रही हैं.
देश में बढ़ते बिजली संकट को लेकर एक बार फिर से राजनीति शुरू हो गई है. राज्यों में हो रही बिजली कटौती के लिए केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने उन्हीं राज्यों को
आयात बिल को कम करने के लिए अभी कुछ साल पहले ही सरकार ने विदेशी कोयले पर निर्भरता कम करने की नीति बनाई थी.