एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल लॉकडाउन की पाबंदियां घटने के बाद रियल्टी और कंस्ट्रक्शन सेक्टर में धीरे-धीरे नई नौकरियां आनी शुरू हुई हैं.
Export: चीन को भारत का निर्यात 2019-20 में 16.6 अरब डॉलर और 2020-21 में 21.2 अरब डॉलर रहा. चीन से आयात 2019-20 में 65 अरब डॉलर और 2020-21 में भी मोटे तौर पर इतना ही रहा.
COVID Impact: लॉकडाउन और सप्ताहांत के कर्फ्यू से गाड़ियों की बिक्री प्रभावित होगी क्योंकि कुछ जगह शोरूम बंद हो जाएंगे.
Lockdown Impact: बार्कलेज ने कहा कि तिमाही आधार पर देखा जाए, तो यह नुकसान अधिक बड़ा होगा. इससे GDP में 1.40 प्रतिशत की गिरावट आएगी.
Salary Hike: 20% कंपनियों ने कहा है कि वेतनवृद्धि 5% से कम रहेगी. 21% का कहना था कि 2021 में भी कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि नहीं होगी
Unemployment: पिछले 2 हफ्तों में बेरोजगारी दर में लगभग 2% की बढ़त हुई है. 11 अप्रैल को के हफ्ते में शहरों में बेरोगजारी दर 9.81% पहुंच गई है
Lockdown: फरवरी 2020-21 के बीच सैलरी पाने वालों में 38 लाख की नौकरी गई, 42 लाख दिहाड़ी रोजगार गए और बिजनेस पर आश्रित 30 लाख लोगों की.
Economic Recovery: वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान वित्तीय घाटा GDP का 6.8 फीसदी रहने का अनुमान दिया था. इसके लिए भारत को तेज ग्रोथ की जरूरत है
Uday Kotak ने कहा कि जिनतक पूंजी पहुंची, जिसमें दबाव वाले क्षेत्र भी शामिल हैं, वे इस मुश्किल समय में टिके रह सके और अपना बचाव कर सके.
चालू खाते का घाटा (CAD) वैश्विक बाजारों के साथ लेन-देन के व्यववहर में देश की स्थिति को मामने का महत्वपूर्ण पैमाना है.