सरकार ला रही 'डिजिटल इंडिया एक्ट', जून में जारी होगा मसौदा
साइबर अपराध से जुड़े लोग ठगी के नए-नए तरीके खोज रहे हैं. जो लोग बैंकिंग से जुड़ी शिकायत बैंक के ट्विटर हैंडल पर कर रहे हैं..
एक रिपोर्ट के मुताबिक, ऑनलाइन कार्ड धोखाधड़ी से होने वाला नुकसान इस साल के अंत तक लगभग 8 अरब डॉलर तक पहुंचने की आशंका है.
सीनियर सिटीजन को वित्तीय धोखेबाजों से ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है. उन्हें अपना पैसा किसी भी अज्ञात साधनों में लगाने से बचना चाहिए.
साइबर अपराधी IRCTC रिफंड के नाम पर लोगों को धोखा दे रहे हैं. कॉल कर रिफंड के लिए फॉर्म भरने को कहा जाता है. फॉर्म भरते ही अकाउंट से पैसा निकल जाता है.
साइबर इंश्योरेंस पॉलिसी में साइबर क्राइम और फ्रॉड के खिलाफ कवर मिलता है. इससे ईमेल स्पूफिंग, आईटी चोरी ऑनलाइन बैंकिंग फ्रॉड पर बीमा सुरक्षा मिलती है.
भारतीय रिजर्व बैंक भी कहता है कि अगर आपके खाते से कोई अनाधिकृत लेन-देन होता है तो उसकी तुरंत सूचना देकर आप अपना नुकसान कम कर सकते हैं.
Mobile Wallet Fraud: धोखेबाज द्वारा संपर्क किए जाने पर, तुरंत अपने नजदीकी साइबर क्राइम सेंटर को घटना की रिपोर्ट करें.
साइबर क्राइम की घटना हो जाए तो समय रहते कुछ स्टेप उठाने जरूरी हैं. इससे आपको खाते से निकाला गया पैसा वापस मिल सकता है.
Banking Fraud: धोखाधड़ी करने वाले अब नए–नए तरीकों के जरिए लोगों से फ्रॉड करने लगे है. ऐसे धोखेबाज पहले लॉटरी लगने के मैसेज करते थे, फिर बिना इंटरेस्ट रेट के लोन का ऑफर करते थे, और अब उन्होंने मेसेज में आधार कार्ड, केवाईसी अपडेट, इनकम टैक्स रिटर्न जैसी बातों को शामिल करके फ्रॉड का रास्ता अपनाया है. फ्रॉड करने वाले ई–मेल्स या SMS पर लिंक भेजते हैं. बैंक भी ग्राहकों को ऐसे फ्रॉड से बचने […]