फेडरल रिजर्व के इस साल नीतिगत दर में कटौती को देखते हुए बाह्य मोर्चे पर भारत की स्थिति बेहतर रहने की उम्मीद है.
हम बहुत जल्द अर्थव्यवस्था की रेलगाड़ी को पूरी गति के साथ पटरी पर दौड़ता हुआ देखने वाले हैं. मगर तब तक दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी.
चालू खाते का घाटा (CAD) वैश्विक बाजारों के साथ लेन-देन के व्यववहर में देश की स्थिति को मामने का महत्वपूर्ण पैमाना है.