अगर एफआईआर दर्ज हो जाती है तो पुलिस की जांच पर बीमा कंपनी को भरोसा हो जाता है. इससे क्लेम मिलने में आसानी हो जाएगी
होममेकर यानी गृहणियों के लिए अलग से बीमा लें या फिर पति के बीमा में ज्वाइंट कवर रहेगा बेहतर समझिए चैन की सांस में -
यदि आप घर के मालिक या किरायेदार हैं और उस बिल्डिंग का उपयोग रहने के लिए कर रहे हैं, तो आप इस पॉलिसी को खरीद सकते हैं.
बीमा राशि का भुगतान तभी होता है जब सभी गतिविधियां प्रशिक्षित पेशेवरों की निगरानी में की गई हों और ट्रेनर के बताए सभी नियमों का पालन किया हो.
सबसे अहम काम पुलिस में एफआईआर दर्ज कराने के बाद आपको तुरंत इंश्योरेंस कंपनी की ग्राहक सेवा पर कॉल करनी चाहिए और क्लेम फॉर्म भरना चाहिए.
आप पूरे वित्त वर्ष में जीवन बीमा पॉलिसी के लिए जो प्रीमियम चुकाते हैं उस रकम पर Income Tax कानून 1961 के सेक्शन 80C के तहत कर छूट पा सकते हैं.
सेटलमेंट रेशियो का ज्यादा होना बहुत जरूरी होता है. ज्यादा सेटलमेंट रेशियो का मतलब है कि बीमा कंपनी ने ज्यादा क्लेम का निपटारा किया है.
IRDAI ने जनरल इंश्योरेंस कंपनियों को इंडिविजुअल घर मालिकों और आवंटियों के लिए नया Title इंश्योरेंस प्रोडक्ट लॉन्च करने के लिए कहा है.
मद्रास हाई कोर्ट ने 1 सितंबर से कार के लिए ओन डैमेज कवरेज जरूरी कर दिया है. अभी तक गाड़ियों के लिए थर्ड पार्टी इंश्योरेंस कवरेज ही जरूरी था.
इस योजना के तहत, एसबीआई जनरल पंजाब में 40 लाख से अधिक पात्र परिवारों को सालाना 5 लाख रुपये का कैशलेस स्वास्थ्य बीमा कवर उपलब्ध कराएगी