आईफोन (iPhone) बनाने वाली कंपनी एपल (Apple) ने साल 2020 की आखिरी तिमाही में भारत में बिक्री का नया रिकॉर्ड कायम किया है. अगर बाद साल 2020 के अक्टूबर-दिसंबर की अवधि की करें तो आईफोन (iPhone) का शिपमेंट 15 लाख यूनिट को पहली बार पार कर गया है. मार्केट रिसर्च फर्म के मुताबिक इस अवधि में एपल का भारत में मार्केट शेयर दोगुना होकर 4 फ़ीसदी पर पहुंच गया है.
अगर पूरे साल 2020 की बात करें तो एपल (Apple) के लिए भारत में साल 2020 बेहतरीन रहा है. इस अवधि में में एपल ने 32 लाख से अधिक फोन बेचे हैं. साल 2019 की बिक्री की तुलना में यह 60% की वृद्धि दिखाता है. साल 2020 में एपल का मार्केट शेयर 2.4 फीसदी रहा है. इस अवधि में एपल के अन्य प्रोडक्ट की भी बिक्री में तेजी आई है. इनमें मैकबुक, एपल वॉच (Apple Watch) और एयरपोड (Airpod) आदि शामिल है.
अगर बात साल 2020 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही की करें तो एपल का शिपमेंट 15 लाख यूनिट को पार कर गया है. किसी एक तिमाही में ऐसा पहली बार हुआ है. इस अवधि में एपल का शिपमेंट बढ़ने की बड़ी वजह आईफोन 12 (iPhone 12) और आईफोन SE 2020 का लॉन्च होना है.
साल 2020 में लॉन्च की गई एपल की आईफोन एसई 2020 (iPhone SE 2020) ने अफॉर्डेबल प्रीमियम सेगमेंट में दोबारा एंट्री की है. यह वास्तव में देश के बहुत से ग्राहकों के लिए एपल (Apple) के इकोसिस्टम में शामिल होने की वजह भी बन गई है. इसके साथ ही फेस्टिव सीजन में एपल के डिवाइस पर आकर्षक ऑफर की वजह से भारत में एपल को बिक्री बढ़ाने में मदद मिली है. दिसंबर तिमाही में आईफोन 11 और XR मॉडल की बिक्री भी बेहतरीन रही है. अब भारत में धीरे-धीरे एपल के प्रोडक्ट में मांग आईफोन 12 (iPhone 12) की तरफ बढ़ रही है क्योंकि यह 5G इनेबल्ड आईफोन है.
विश्लेषकों का अनुमान है कि ग्लोबल लेवल पर फोन के पार्ट्स की कमी की वजह से एपल के ग्रोथ पर मामूली असर पड़ सकता है. उद्योग जगत के एक एनालिस्ट ने कहा, “अन्य ब्रांड की तरह एपल भी इस समय दुनिया भर में कंपोनेंट के शॉर्टेज की समस्या से जूझ रहा है. अब तक एपल ने आपूर्ति को स्मूथ बनाए रखने में सफलता हासिल की है और ऐसा लगता है कि संकट का दौर अब खत्म हो चुका है. आने वाली तिमाही में बिक्री में तेजी दर्ज की जा सकती है.”
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