टेक्नोलॉजी ने हमें ऐसे हेल्थ ट्रैकर्स दिए जिनसे डायबिटीज, नींद का पैटर्न, हार्ट रेट, और एक्सरसाइज में कितनी कैलरीज गईं सब फोन पर हासिल. बस हाथ में एक हेल्थ ट्रैकर या ऐसे वियरेबल्स पहनने होते हैं और सेहत का पूरा डाटा आपके फोन पर उपल्बध. लेकिन अब गूगल (Google Fit) इस टेक्नोलॉजी में एक बड़ी छलांग लगाने जा रहा है जिससे किसी भी वीयरेबल की जरूरत नहीं होगी, बस कैमरा ऑन करें और पाएं एक इंस्टेट हेल्थ चेक-अप. कैमरे से ही आप दिल की धड़कन जैसे अपडेट हासिल कर सकेंगे. गूगल फिट (Google Fit) ने अपने ब्लॉग में इस अपडेट की जानकारी दी है.
क्या है अपडेट?
गूगल ये अपडेट अपने गूगल फिट ऐप (Google Fit App) पर देगा और शुरुआती दौर में ये फीचर सिर्फ गूगल के पिक्सल (Google Pixel) फोन पर मिलेगा. आगे जाकर गूगल की योजना ये फीचर अन्य एंड्रॉयड (Android) के लिए तैयार करने की भी है. हालांकि ये फीचर एंड्रॉड 6 या इससे आगे वाले एंड्रॉयड्स पर ही मिलेगा. वहीं ये अपग्रेड एंड्रॉयड्स के लिए कब आएगा इसपर कंपनी ने कोई जानकारी नहीं दी है.
कैसे काम करेगा ये कैमरा?
इससे पहले रेस्पिरेशन या हार्ट रेट का माप लेने के लिए किसी हार्डवेयर यानि किसी डिवाइस को पहनना पड़ता था. ये कैमरा ऑप्टिकल फ्लो नाम की टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर आपके सांस लेने की प्रक्रिया को मापेगा और ब्रीदिंग रेट बताएगा. गूगल फिट ऐप (Google Fit App) फ्रंट कैमरा के सेंसर्स का इस्तेमाल करेगा, आपको बस कैमरा ऑन कर फ्रेम में खुद को फिट करना होगा. ऐप रीडिंग लेगा और एक मिनट का डाटा देगा – एक मिनट में आपने कितनी बार सांस अंदर-बाहर ली.
वहीं दिल की धड़कन का नाप लेने के लिए उंगलियों पर दिखने वाले मामूली रंग बदलाव के जरिए खून फ्लो मापा जाएगा. इसके लिए फोन के पीछे के कैमरे का इस्तेमाल होगा. आपको अपनी उंगली लेन्स पर रखनी होगी और एक एल्गोरिदम के जरिए फिंगरटिप पर ब्लड फ्लो मापा जाएगा. ऐप (Google Fit App) उम्र, त्वचा के रंग, कमरे की रौशनी जैसे अलग-अलग परीस्थितियों में भी सही तरीके से काम करने के लिए तैयार किया गया है.
रिपोटर्स के मुताबिक अभी टेस्ट्स में 2 फीसदी तक की गलतियां मिली हैं.
हालांंकि इन सब के बावजूद ऐप (Google Fit App) आपके डॉक्टर की जगह नहीं ले सकता लेकिन आपको रोजाना ऐसे जरूरी अपडेट जरूर दे सकता है जिनमें कोई गडबड़ी लगे तो आप डॉक्टर के पास तुरंत जा सकें.