दुनिया के सबसे अमीर शख्स और दिग्गज कारोबारी ऐलन मस्क (Elon Musk) इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी टेस्ला ने हाल ही में भारत एंट्री की है. भारतीय ऑटो सेक्टर में एंट्री के बाद अब ऐलन मस्क का अगला प्लान टेलिकॉम इंडस्ट्री में कदम रखने का है. ऐलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी स्पेस एक्सप्लोरेशन टेक्नोलॉजीज कॉरपोरेशन (SpaceX) स्टारलिंक प्रोजेक्ट के जरिए भारत में एंट्री की प्लानिंग कर रही है. अगर ऐसा हुआ तो इंटरनेट की दुनिया में यह बड़ी हलचल होगी. क्योंकि, उनकी कंपनी शुरुआत में ही 100 Mbps की स्पीड से सर्विस देगी.
SpaceX सैटेलाइट बेस्ड इंटरनेट सर्विस के साथ उतरने की प्लानिंग में है. ऐलन मस्क ने भारत सरकार से सैटेलाइट बेस्ड ब्रॉडबैंड टेक्नोलॉजी की शुरुआत करने के लिए मंजूरी मांगी है. पिछले साल टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने भारत में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी को लेकर एक कंसल्टेशन पेपर जारी किया था. अब इसको लेकर SpaceX की सैटेलाइट गवर्नमेंट अफेयर्स पैट्रीशिया कपूर ने कहा है कि स्टारलिंक के हाई स्पीड सैटेलाइट नेटवर्क से भारत के सभी लोगों को ब्रॉडबैंक कनेक्टिविटी से जोड़ने के लक्ष्य में मदद मिलेगी. पैट्रीशिया के मुताबिक, कंपनी की यह सर्विस बेहद सस्ती होगी और इसे जल्द ही लॉन्च किया जा सकता है. बस TRAI उनकी सिफारिश को मान ले.
जानें क्या है Starlink प्रोजेक्ट?
SpaceX का स्टारलिंक प्रोजेक्ट पृथ्वी की निचली कक्षा में मौजूद सैटेलाइट्स का एक समूह है. इस सर्विस से देश के दूर-दराज इलाकों में अच्छी इंटरनेट सर्विस को पहुंचाया जा सकता है. इसके लिए कंपनी ने करीब 1,000 सैटेलाइट को लॉन्च किया गया है और कंपनी इसमें लगातार इजाफा कर रही है. SpaceX साल 2027 तक 12,000 डेस्क साइज सैटेलाइट लॉन्चिंग की तैयारी कर रही है. साथ ही जमीनी स्तर पर स्टेशन को इंस्टॉल कर रही है. कंपनी के अनुसार इससे 50Mbps से 150Mbps के बीच की इंटरनेट स्पीड मिलेगी.
क्या होगा आपको फायदा?
बता दें मौजूदा समय में भारत में 700 मिलियन इंटरनेट सब्सक्राइबर्स हैं और साल 2025 तक इनकी संख्या बढ़कर 974 मिलियन होने की उम्मीद है. भारत में मौजूदा औसत इंटरनेट स्पीड 12 Mbps है. हालांकि 5G के आने इंटरनेट स्पीड में बढ़ोत्तरी हो सकती है. लेकिन गांव और दूर-दराज के इलाकों में फास्ट इंटरनेट सर्विस पहुंचने में वक्त लग सकता है. ऐसे में SpaceX के स्टारलिंक प्रोजेक्ट की मदद से इसे जल्द पूरा किया जा सकता है. यह सैटेलाइट बेस्ड सर्विस कम कीमत में लोगों तक पहुंच सकती है क्योंकि दूरदराज के इलाकों में फाइबर ऑप्टिक कैबल को बिछाना काफी महंगा पड़ता है.
रिलायंस जियो से देगी टक्कर
अगर ऐलन मस्क (Elon Musk) के स्टारलिंक प्रोजेक्ट को भारत में अनुमति मिलती है तो इसे मुकेश अंबानी के रिलायंस जियो से कड़ा मुकाबला करना पड़ेगा. क्योंकि, कंपनी 5G लॉन्च करने की तैयारी में है. बैंक ऑफ अमेरिका ग्लोबल रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक, जियो का 4G रोलआउट भारत के इंटरनेट क्षेत्र के लिए गेम चेंजर साबित हुआ है. कंपनी ने कम दाम में लोगों को इंटरनेट सेवा दी है जिससे बड़े पैमाने पर डेटा का उपयोग बढ़ा है. जियो के अलावा फेसबुक इंक जैसी कंपनियां भी दूरदराज के इलाकों में इंटरनेट सेवाएं मुहैया करवाने के लिए इनोवेटिव तरीके ढूंढने में लगी हुई हैं.