कपल के लिए वैलेंटाइन डे(Valentine Day) बहुत खास होता है. इस दिन का उन्हें इंतजार भी रहता है. लेकिन कई बार ऐसा होता है जब कपल एक-दूसरे से दूर होते हैं और मिलना पॉसिबल नहीं हो पाता है. ऐसे में दिल की बात कैसे कही जाए समस्या होती है. लेकिन इस बार वैलेंटाइन डे (Valentine Day)पर कपल की इस मुश्किल को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नॉलॉजी ने दूर कर दिया. टेक्नोलॉजी ने कपल की बीच की दूरी कम की और उन्हें हाल ए दिल बयां करने का मौका दिया. कपल ने टेक्नोलॉजी की मदद से चॉकलेट थीम वाले स्टिकर्स से अपने दिल की बात एक-दूसरे को बताई.
हाऊ फ़ार विल यू गो फ़ॉर लव कैंपेन से मिली मदद
वैलेंनटाइन डे (Valentine Day)पर दुनिया की जानी-मानी चॉकलेट निर्माता कंपनी कैडबरी सिल्क ने अपने मार्केटिंग कैंपेन ‘हाऊ फ़ार विल यू गो फ़ॉर लव’ के ज़रिये युवाओं की मदद की. कंपनी के इस कैंपेन को भारत के 5.8 करोड़ युवाओं तक पहुंचाने का ज़िम्मा उठाया गूगल और माइक्रोसॉफ़्ट जैसी कंपनियों से टक्कर लेने वाली भारतीय कंपनी ‘कन्वर्सेशन मीडिया’ ने. बॉबल एआई ने अपनी एडवांस टेक्नोलॉजी की मदद से चॉकलेट थीम वाले कई स्टिकर्स डिजाइन किए. इनका इस्तेमाल कर करीब 11 लाख लोगों ने एक दूसरे से अपने प्यार का इज़हार किया.
कंपनी हर साल करती है नए प्रयोग
ऐसे तो कैडबरी हर साल ही वैलेंटाइन्स डे (Valentine Day)पर अपने ग्राहकों तक पहुंचने के लिए नए-नए प्रयोग करती है. लेकिन इस बार उसने इंटरनेट पर मौजूद युवाओं तक पहुंचने के लिए सीएमएम यानि कन्वर्सेशन मीडिया मार्केटिंग का सहारा लिया. इंटरनेट के सहारे व्हाट्सएप, फ़ेसबुक मैसेंजर और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफ़ॉर्म पर एक दूसरे से चैटिंग करने वाले युवाओं की बातचीत में बिना किसी दख़लंदाज़ी के अपने ब्रांड के बारे में कंपनी ने उन्हें बताया. ऐसा करना कैडबरी के लिए फ़ायदेमंद साबित हुआ. इसी के जरिए वो महज 14 दिनों में 5.8 करोड़ लोगों तक पहुंची. फ़रवरी के आख़िर तक चलने वाले इस कैंपेन के ज़रिये कैडबरी ने अगले 15 दिनों में इतने ही और युवाओं तक पहुंचने का लक्ष्य रखा है. इसके लिए कंपनी ऑनलाइन चैटिंग का सहारा लेती रहेगी.
हर रोज भेजे जाते हैं 70 बिलियन मैसेज
एक रिसर्च के मुताबिक़, भारत में हर रोज़ अलग-अलग चैट एप्लिकेशन के ज़रिये 70 बिलियन मेसेज भेजे जाते हैं. इन मेसेज में जिनमें अपनी भावनाओं का इज़हार करने के लिए 10 बिलियन ईमोजी और 700 मिलियन स्टिकर्स और जिफ़ का भी इस्तेमाल होता है. इनमें से करोड़ों मेसेज बॉबल एआई कीबोर्ड इस्तेमाल करने वाले 5 करोड़ यूज़र भेजते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए कैडबरी ने वैलेंटाइन डे पर अपना कैंपेन चलाने के लिए बॉबल एआई से हाथ मिलाया.
120 भाषाओं को कर रहा सपोर्ट
ग़ौरतलब है कि बॉबल एआई का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस कीबोर्ड 120 भाषाओं को सपोर्ट करता है. इनमें 37 भारतीय लैंगवेज शामिल हैं. भारत में यह गूगल के जी कीबोर्ड और माइक्रोसॉफ़्ट के स्विफ्टकीबोर्ड को कड़ी टक्कर दे रहा है। यही नहीं बॉबल एआई ने मराठी, मलयालम और बांग्ला में स्पेशल कीबोर्ड भी लांंच किए हैं जो इस भाषा में बातचीत करने वाले लोगों की क्षेत्रीय भाषायी ज़रूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किये गये हैं.
कन्वर्सेशन मीडिया मार्केटिंग की बड़ी भूमिका
वैलेंटाइन्स डे पर कैडबरी की साझीदारी में चलाए जा रहे इस कैंपेन के बारे में बॉबल एआई की बिज़नेस हेड अनिका तंवर के मुताबिक, करोड़ों भारतीय अपने दोस्तों और परिवारवालों से बातचीत के लिए रोज़ाना व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम और स्नैपचैट जैसे प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं. इसमें हर रोज़ 70 करोड़ से ज़्यादा स्टिकर और जिफ़ का इस्तेमाल होता है. मार्केटिंग के लिहाज़ से ये एक बहुत बड़ा मौक़ा है जिसका इस्तेमाल करके तमाम कंपनियां इन युवाओं तक पहुंच सकती है। ऐसे में आने वाले समय में युवाओं तक पहुँचने में कन्वर्सेशन मीडिया मार्केटिंग एक बड़ी भूमिका निभाने वाला है जो फ़िलहाल भारत में केवल बॉबल एआई मुहैया कर रहा है.
बॉबल एआई ने इससे पहले भी टिंडर, एडीडास, रीबॉक, वॉयकॉम18, सनफीस्ट यिपी मूड मसाला, एबीटी एसोसिएट्स, सोनी पिक्चर्स और किंगफ़िशर जैसी बड़ी कंपनियों को कन्वर्सेशन मीडिया मार्केटिंग के ज़रिये अपने प्लेटफ़ॉर्म पर 1 करोड़ 20 लाख से ज़्यादा लोगों के साथ जुड़ने में मदद की है.