अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 10 महीने के ऊपरी स्तर पर पहुंचने के बाद सरकार ने देश से एक्सपोर्ट होने वाले कच्चे तेल पर विंडफाल टैक्स बढ़ा दिया है. कच्चे तेल पर विंडफाल टैक्स को 6700 रुपए प्रति टन से बढ़ाकर 10 हजार रुपए प्रति टन कर दिया गया है और टैक्स में यह बढ़ोतरी शनिवार से लागू हो चुकी है.
सरकार ने हालांकि डीजल पर विंडफाल टैक्स में कटौती की है, सरकार की तरफ से जारी एक बयान के मुताबिक, डीजल के निर्यात पर विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क (विंडफाल टैक्स) घटाकर 5.50 रुपए प्रति लीटर कर दिया गया है. शुक्रवार तक यह टैक्स 6 रुपए लीटर है. डीजल के अलावा हवाई ईंधन यानी ATF पर भी विंडफाल टैक्स को घटाकर 3.5 रुपए प्रति लीटर कर दिया गया है जो पहले में 4 रुपए लीटर था.
सरकार ने कच्चे तेल और पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स पर विंडफाल टैक्स लगाने की शुरुआत पिछले साल जुलाई में की थी. उस समय अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 130 डॉलर प्रति बैरल तक चले गए थे, ऐसे में देश से कच्चे तेल और पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स के एक्सपोर्ट को घटाने के लिए सरकार ने विंडफाल टैक्स लगाना शुरू किया था.
मौजूदा समय में कच्चे तेल की कीमतें फिर से बढ़ना शुरू हो गई हैं. शुक्रवार को ब्रेंट क्रूड का भाव 95 डॉलर प्रति बैरल के करीब दर्ज किया गया जो 10 महीने का ऊपरी स्तर है. कच्चे तेल की बढ़ती हुई कीमतों को देखते हुए सरकार ने इसपर एक बार फिर से विंडफाल टैक्स लगा दिया है.