ऑनलाइन स्ट्रीमिंग कंपनी नेटफ्लिक्स पर टैक्स चोरी को लेकर आरोप लगे हैं. कंपनी पर 196 करोड़ रुपए का टैक्स बकाया है, इसी के खिलाफ ओटीटी प्लेटफॉर्म ने अपीलेट ट्रिब्यूनल में याचिका दायर करने का फैसला लिया है. नेटफ्लिक्स ने यह कदम इस साल की शुरुआत में विवाद समाधान पैनल (DRP) की ओर से आयकर विभाग के पक्ष में फैसला सुनाए जाने के बाद लिया है.
आयकर विभाग का कहना है कि अप्रैल 2020 से दिसंबर 2020 के बीच नेटफ्लिक्स ने इंडिया में संचालन से करीब 1,145 करोड़ रुपए की कमाई की. इसमें उसका प्रॉफिट 1,008 करोड़ रुपए था. जिसमें इंडियन ऑपरेशन की हिस्सेदारी 503 करोड़ रुपए की थी, लेकिन पीई अरेंजमेंट के तौर नेटफ्लिक्स ने भारत में महज 13.36 करोड़ रुपए की पेशकश की, बाकी 490 करोड़ रुपए नेटफ्लिक्स को ट्रांसफर कर दिए. भारतीय कानून के मुताबिक ये अमाउंट टैक्सेबल है और इस पर 196 करोड़ रुपए का टैक्स बनता है. इस बीच नेटफ्लिक्स ने एक बयान में कहा कि कंपनी हम विश्व स्तर पर टैक्स संबंधित कानूनों का पूरी तरह से पालन कर रही है.
नेटफ्लिक्स के लिए भारत एक महत्वपूर्ण बाजार है. दिसंबर 2021 में यहां इसकी शुरूआत हुई थी. साल 2022 में वैश्विक स्तर पर इस ओटीटी प्लेटफॉर्म ने रिकॉर्ड ग्राहक जोड़े थे. ईवाई मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ओवर-द-टाइम खर्च के हिसाब से भारत दुनिया का सबसे बड़ा बाजार है. यहां का सब्स्क्रिप्शन रेवेन्यू साल 2024 तक 3 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है.
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