ITR Filing Makes Record
कम आय की कैटेगरी में इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने वालों की संख्या में मामूली बढ़ोतरी हुई है, जबकि हाई इनकम की कैटेगरी में रिटर्न फाइल करने वालों की संख्या में अच्छी खासी बढ़त देखने को मिल रही है. आयकर विभाग के ई-फाइलिंग के ताजा आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 1 करोड़ रुपए से ऊपर इनकम वाले 2.69 लाख से ज्यादा लोगों ने इनकम टैक्स रिटर्न फाइल किए हैं, जो कि वित्त वर्ष 2018-19 की तुलना में 49.4 फीसद ज्यादा है. वित्त वर्ष 2021-22 में 1.93 लाख और वित्त वर्ष 2018-19 में 1.80 लाख आईटीआर फाइल किए गए थे. आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 5 लाख रुपए तक के लिए आईटीआर फाइल करने वालों की संख्या में 1.4 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
2019-20 की तुलना में वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 1 करोड़ रुपए के ऊपर आय वाले रिटर्न फाइल करने वालों की संख्या में 41.5 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. वहीं इसी अवधि में 5 लाख रुपए तक की आय सीमा की कैटेगरी में रिटर्न फाइल वालों की संख्या में सिर्फ 0.6 फीसद की बढ़ोतरी हुई है. 2020-21 के दौरान कोविड-19 महामारी का असर इनकम टैक्स रिटर्न के आंकड़ों पर एक महत्वपूर्ण पैटर्न के रूप में दिखाई पड़ रहा है. दरअसल, 5 लाख रुपए तक की इनकम कैटेगरी को छोड़कर अन्य सभी इनकम कैटेगरी में दाखिल किए गए आयकर रिटर्न की संख्या में गिरावट दर्ज की गई थी.
आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 5 लाख रुपये तक की आय की कैटेगरी में 5.68 करोड़ आईटीआर फाइल हुए थे, जबकि उसके पिछले वित्त वर्ष में यह आंकड़ा 4.94 करोड़ का था. हालांकि दूसरे आय समूहों में उस दौरान गिरावट देखी गई थी. वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 1 करोड़ रुपए के ऊपर इनकम कैटेगरी में 1.46 लाख आईटीआर फाइल हुए थे, जबकि उसके पिछले वित्त वर्ष में 1.90 लाख आईटीआर फाइल हुए थे.