इस बार आयकर रिटर्न फाइल करने में तेजी देखी जा रही है. आयकर विभाग के मुताबिक 18 जुलाई तक 3 करोड़ से अधिक आयकर रिटर्न फाइल हो चुके हैं. पिछले साल की तुलना में इस साल 3 करोड़ का आंकड़ा 7 दिन पहले हासिल हुआ है. पिछले साल 25 जुलाई तक 3 करोड़ आयकर रिटर्न फाइल हुए थे. आयकर रिटर्न फाइल करने में आई इस तेजी की वजह से ITR प्रोसेस की प्रक्रिया पर दबाव बढ़ा है. यही वजह है कि इस साल टैक्स रिफंड में पिछले साल की तुलना में थोड़ा अधिक समय लग रहा है.
आकलन वर्ष 2022-23 के लिए इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल करने की आखिरी तारीख नजदीक आ रही है. 31 जुलाई आने में अब केवल 12 दिन बचे हैं. आईटीआर फाइल करने की आखिरी तारीख 31 जुलाई, 2023 है. वित्त मंत्रालय पहले ही यह साफ कर चुका है कि आखिरी तारीख आगे नहीं बढ़ाई जाएगी. इसलिए अब तक आईटीआर फाइल नहीं किया तो कर लें क्योंकि फिर दिक्कत हो सकती है.
आयकर विभाग के मुताबिक 18 जुलाई तक कुल 3.06 करोड़ आईटीआर जमा किए गए हैं. इनमें से 2.81 करोड़ रिटर्न का ई-वेरिफिकेशन किया जा चुका है जो कुल रिटर्न का 91% से अधिक है. इसके साथ ही आयकर विभाग ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक रूप से सत्यापित किए जा चुके रिटर्न में से 1.50 करोड़ से भी अधिक रिटर्न प्रोसेस किए जा चुके हैं. अभी भी डेढ़ करोड़ से ज्यादा रिटर्न प्रोसेस होने की प्रक्रिया में हैं, यही वजह है कि कई आयकरदाताओं को रिफंड पाने के लिए करीब महीने भर का इंतजार करना पड़ रहा है. हालांकि कुछ आयकरदाताओं को रिटर्न भरने के पांच-छह दिनों के भीतर रिफंड भी मिल रहा है.
आईटीआर रिफंड में देरी की क्या वजह?
अगर आपने आईटीआर फाइल कर दिया है और उसकी रिफंड नहीं आया है तो उसकी कई वजहें हो सकती हैं. जल्दी आईटीआर फाइल करने पर जल्दी रिफंड मिलने की संभावना बढ़ जाती है. इसके बावजूद भी रिफंड नहीं आया तो चेक कर लें कि आपके आईटीआर वेरिफाई किया था या नहीं. आयकर विभाग वेरिफिकेशन के कई विकल्प देता है जैसे कि आधार में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर मिलने वाले ओटीपी या बैंक खाते/डीमैट खाते में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर/ईमेल आईडी पर मिलने वाले 10 अंकों के इलेक्ट्रॉनिक वेरिफिकेशन कोड (EVC) के जरिए होने वाला इलेक्ट्रॉनिक वेरिफिकेशन.
विशेषज्ञों का कहना है कि अलग-अलग मामलों में रिफंड 10 से 30 दिन में मिल सकता है. कई बार इससे ज्यादा भी समय लग सकता है. हालांकि ये सही बात है कि अगर आपने अपने रिटर्न सही-सही फाइल किए हैं तो अमूमन आपको रिफंड जल्दी मिल जाता है. अंतिम तारीख से कुछ दिन पहले फाइल करने पर आईटीआर प्रोसेस करने में ज्यादा समय लगता है. इस समय कुछ ही दिन बचे हैं, इसलिए आईटीआर फाइल करने में और तेजी आ सकती है. इस वजह से प्रोसेसिंग में समय लग सकता है और जिनके रिटर्न का रिफंड पेंडिंग है, उन्हें भी और इंतजार करना पड़ सकता है.
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