एक महीने में दाखिल हुए 6 लाख IT रिटर्न, इस वजह से बढ़ी टैक्‍सपेयर्स की दिलचस्‍पी

29 अप्रैल तक करीब 5.92 लाख से ज्यादा रिटर्न दाखिल किए गए थे, जिनमें से 5.38 लाख से अधिक सत्यापित किए गए हैं

एक महीने में दाखिल हुए 6 लाख IT रिटर्न, इस वजह से बढ़ी टैक्‍सपेयर्स की दिलचस्‍पी

ज्‍यादा से ज्‍यादा लोग इनकम टैक्‍स रिटर्न दाखिल करें इस‍के लिए आयकर विभाग लगातार कोशिशें कर रही है. उनकी ये मेहनत रंग लाती हुई भी नजर आ रही है. दरअसल विभाग ने करदाताओं के लिए पहली बार नए वित्तीय वर्ष में अपना रिटर्न दाखिल करने के लिए एक ई-फाइलिंग पोर्टल तैयार किया है, जो 1 अप्रैल से खुला है. पोर्टल के खुलते ही पहले महीने में करीब 6 लाख आयकर रिटर्न फाइल हुए है. आयकर विभाग को ये रिटर्न एसेसमेंट ईयर 2024-25 के लिए मिले हैं.

खास बात यह है कि कुल दाखिल रिटर्न में से दो-तिहाई से ज्‍यादा सत्यापित रिटर्न प्रोसेस भी हो चुके हैं. 29 अप्रैल तक करीब 5.92 लाख से ज्यादा रिटर्न दाखिल किए गए थे, जिनमें से 5.38 लाख से अधिक सत्यापित किए गए हैं और 3.67 लाख सत्यापित रिटर्न प्रोसेस किए गए हैं. विभाग का कहना है कि नियमों के अनुपालन में आसानी और बिना रुकावट के करदाता सेवाओं को जारी रखने में यह एक बड़ा कदम है.

जल्‍दी रिफंड पाने में मिलेगी मदद

विशेषज्ञों का मानना है कि जल्दी आयकर रिटर्न दाखिल करने से टैक्‍सपेयर्स को जल्दी रिफंड पाने में मदद मिलती है. इसके अलावा उन्हें बिना किसी जुर्माने के रिटर्न को संशोधित करने या सही करने के लिए ज्‍यादा समय मिलता है. खासतौर पर इंडिविजुअल और संस्थाओं को जिनके खातों का ऑडिट करने की जरूरत नहीं होती है वे अपना रिटर्न 31 जुलाई तक दाखिल कर सकते हैं. चूंकि विभाग फाइलिंग के क्रम के आधार पर रिफंड को प्राथमिकता देता है, ऐसे में जल्दी रिटर्न जमा करने से प्रोसेसिंग जल्‍दी होती है और रिफंड तुरंत मिलने की संभावना बढ़ जाती है.

गलती सुधारने के लिए मिलता है पर्याप्‍त समय

जानकारों के मुताबिक जल्दी रिटर्न दाखिल करने से टैक्‍सपेयर्स को रिटर्न की समीक्षा करने और संशोधित रिटर्न दाखिल करने के लिए पर्याप्‍त समय मिलता है. साथ ही अगर फॉर्म भरते समय कोई गलती हो गई हो तो तय तारीख से पहले उसे ठीक करने के लिए भी काफी वक्‍त मिल जाता है. इससे बाद में जुर्माने या अतिरिक्त जांच से भी बचा जा सकता है.

Published - May 3, 2024, 10:38 IST