अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन की भारत यात्रा से पहले भारत ने अमेरिका के लगभग आधा दर्जन उत्पादों पर 2019 में लगाया गया अतिरिक्त शुल्क हटा दिया है. अमेरिका द्वारा भारत के कुछ इस्पात और एल्युमीनियम उत्पादों पर शुल्क बढ़ाने के फैसले के जवाब में यह कदम उठाया गया था. भारत ने 2019 में अमेरिका के इस कदम के जवाब में उसके 28 उत्पादों पर यह शुल्क लगाया था.जून में प्रधानमंत्री नरेंद्री मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच आधा दर्जन विवादों को विश्व व्यापार संगठन यानी WTO के बाहर खत्म करने पर समझौता हुआ था, उसी के तहत भारत ने यह कदम उठाया है.
वित्त मंत्रालय की पांच सितंबर की अधिसूचना में इन उत्पादों से शुल्क हटाने की जानकारी दी गई है. इन उत्पादों में चना, दाल (मसूर), सेब, छिलके वाला अखरोट और ताजे या सूखे बादाम के साथ ही छिलके वाले बादाम शामिल हैं. भारत और अमेरिका में हुए समझौते के तौर पर, भारत चने पर 10 प्रतिशत, मसूर की दाल पर 20 प्रतिशत, ताजे और सूखे बादाम पर सात रुपये प्रति किलोग्राम, छिलके वाले बादाम पर 20 रुपये प्रति किलोग्राम, अखरोट पर 20 प्रतिशत और ताजा सेब पर 20 प्रतिशत शुल्क हटाएगा.
वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने जुलाई में राज्यसभा में लिखित जवाब में कहा था कि सरकार ने सूखे, ताजे, छिलके वाले बादाम, अखरोट, चना, मसूर, सेब, बोरिक एसिड और ‘मेडिकल डायग्नोस्टिक रीजेंट्स’ पर लगाए गए जवाबी शुल्क को हटाने का फैसला किया है. उन्होंने कहा था कि अमेरिका के खिलाफ लगाए गए जवाबी शुल्क को खत्म करने या आयात शुल्क में कटौती से भारत को कोई नुकसान नहीं होगा. अमेरिका, भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है.