आमतौर पर यह समझा जाता है कि जो लोग टैक्स का भुगतान करते हैं सिर्फ उन्हें ही इनकम टैक्स रिटर्न भरना चाहिए. लेकिन अगर आप एक हाउसवाइफ हैं और आप के पास कमाई का कोई जरिया नहीं है. तब भी आपको इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करना चाहिए. ITR भरने के कई फायदे हैं फिर चाहे आप टैक्स भुगतान करती हों या न करते हों.
आसानी से मिलेगा लोन
ITR भरने की वजह से आपको लोन मिलने में आसानी होती है. लोन देते वक्त बैंक आपसे 3 साल की ITR मांगता है. कई बैंक महिलाओं के नाम पर होम लोन की ब्याज दरों में छूट देते हैं. हाउसवाइफ अपने नाम पर लोन लेकर या ज्वॉइंट लोन लेकर ब्याज दरों में छूट का फायदा उठा सकती हैं.
TDS का मिलेगा रिफंड
अगर आपको FD पर सालाना 40 हजार रुपए से ज्यादा ब्याज मिल रहा है. ऐसी स्थिती में ब्याज की रकम पर 10 फीसद का TDS कटता है. TDS की इस रकम को वापस लेने के लिए आपको ITR फाइल करनी पड़ेगी. बिना ITR फाइल करे आप TDS की राशि का रिफंड नहीं ले पाएंगी.
आय का प्रमाण
ITR आपकी आय का प्रूफ माना जाता है. इसलिए ITR भरने से आपके लिए वीजा के लिए अप्लाई करना आसान हो जाता है. साथ ही आपको क्रेडिट कार्ड भी आराम से उपलब्ध हो जाता है.
कैसे करें ITR का चुनाव
सालाना 2.5 लाख से कम आय वालों को निल रिटर्न भरनी पड़ती है. ITR फॉर्म कुल 4 तरह का होता है. अलग-अलग कारोबार या पेशे से जुड़े लोगों को अलग-अलग रिटर्न फाइल करना होता. लेकिन व्यक्तिगत आयकर दाता को सिर्फ ITR 1 यानी SAHAJ ITR भरना होता है. इसमें पहले ही आपकी जरूरी जानकारी उपलब्ध होती है. आपको बस इसे चेक करके ITR सबमिट करने की जरूरत होती है.