देश की राजधानी दिल्ली फर्जी GST रजिस्ट्रेशन के मामले में सबसे आगे है. मंगलवार को संसद में फर्जी GST रजिस्ट्रेशन को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में वित्त मंत्रालय की तरफ से जो आंकड़े रखे गए, उनसे यह जानकारी निकलकर सामने आई है. आंकड़ों में कहा गया है कि वित्तवर्ष 2022-23 के दौरान देशभर में फर्जी रजिस्ट्रेशन के कुल 8421 मामले पकड़े गए हैं जिनमें सबसे ज्यादा 1990 मामले अकेले दिल्ली में सामने आए हैं.
पकड़े गए फर्जी रजिस्ट्रेशन मामलों में दिल्ली के बाद गोवा का नंबर है जहां पर वित्तवर्ष 2022-23 के दौरान 996 मामले पकड़े गए हैं, इसके बाद 994 मामलों के साथ गुजरात तीसरे और 890 मामलों के साथ महाराष्ट्र चौथे स्थान पर है. इसके बाद तमिलनाडु, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश का नंबर है.
वित्त मंत्रालय के आंकड़ों से यह भी पता चला है कि वित्तवर्ष 2022-23 के दौरान देशभर में पकड़े गए फर्जी रजिस्ट्रेशन के 8421 मामलों में कुल 1.31 लाख करोड़ रुपए की टैक्स चोरी का पता चला है और उसमें 33226 करोड़ रुपए की वसूली हो चुकी है. जिन राज्यों में सबसे ज्यादा टैक्स चोरी पकड़ी गई है उनमें पश्चिम कर्नाटक सबसे आगे है, वहां पर वित्तवर्ष 2022-23 के दौरान फर्जी जीएसटी रजिस्ट्रेशन के तो 168 मामले पकड़े गए हैं, लेकिन उनमें 25839 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी सामने आई है. इसके अलावा पश्चिम बंगाल में 23331 करोड़ रुपए, महाराष्ट्र में 16831 करोड़ रुपए, राजस्थान में 10990 करोड़ रुपए और हरियाणा में 10156 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी पकड़ी गई है.
सरकार की तरफ से संसद को यह भी बताया गया है कि इस साल 16 मई से 9 जुलाई के दौरान CBIC की तरफ से टैक्स चोरी को पकड़ने के लिए जो अभियान चलाया गया है उसमें 10901 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी पकड़ी गई है.