पिछले साल की समान अवधि की तुलना में चालू वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही में दिल्ली सरकार का जीएसटी और वैट कलेक्शन 17 फीसद की बढ़ोतरी के साथ 19,100 करोड़ रुपए से ज्यादा दर्ज किया गया है. वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही में दिल्ली सरकार का जीएसटी और वैट कलेक्शन 16,352 करोड़ रुपए था. एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी का कहना है कि इस बढ़ोतरी के साथ जीएसटी और वैट कलेक्शन इस साल अनुमानित लक्ष्य से ज्यादा होने की संभावना है.
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली सरकार का वित्त वर्ष 2023-24 की पहली दो तिमाही (अप्रैल-जून और जुलाई-सितंबर) में जीएसटी और वैट कलेक्शन 19,101 करोड़ रुपए दर्ज किया गया है. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक जीएसटी और वैट का मासिक संग्रह वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान अप्रैल में 3,886 करोड़ रुपए, मई में 3,079 करोड़ रुपए, जून में 2,865 करोड़ रुपए, जुलाई में 3,388 करोड़ रुपए, अगस्त में 2,883 करोड़ रुपए और सितंबर में 2,998 करोड़ रुपये था. वित्त वर्ष 2022-23 की तुलना में वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में दिल्ली सरकार का जीएसटी कलेक्शन 15 फीसद बढ़ गया था.
अक्टूबर में जीएसटी संग्रह 13 फीसद बढ़ा
दूसरी ओर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह अक्टूबर में सालाना आधार पर 13 फीसद बढ़कर 1.72 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया. यह जीएसटी संग्रह का दूसरा सबसे ऊंचा मासिक आंकड़ा है. वित्त मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक एक साल पहले अक्टूबर, 2022 में जीएसटी संग्रह 1.52 लाख करोड़ रुपये रहा था. मंत्रालय ने बयान में कहा है कि अक्टूबर, 2023 के लिए जीएसटी राजस्व अप्रैल, 2023 के बाद दूसरा सर्वाधिक आंकड़ा है. अप्रैल, 2023 में जीएसटी संग्रह 1.87 लाख करोड़ रुपये रहा था. वित्त वर्ष 2023-24 में औसत मासिक जीएसटी संग्रह 1.66 लाख करोड़ रुपये रहा है, यह पिछले साल की तुलना में 11 फीसद ज्यादा है.