• English
  • বাংলা
  • తెలుగు
  • मराठी
  • ಕನ್ನಡ
  • ગુજરાતી
  • money9
  • बीमा
  • बचत
  • कर्ज
  • इन्वेस्टमेंट
  • आईपीओ
  • कमोडिटी
    • गोल्ड
    • कृषि
    • एनर्जी
    • मेटल्स
  • Breaking Briefs
downloadDownload The App
Close
  • Home
  • Videos
  • Podcast
  • Exclusive
  • टैक्स
  • म्यूचुअल फंड
  • बचत
  • कर्ज
  • म्यूचुअल फंड
  • स्टॉक
  • प्रॉपर्टी
  • कमोडिटी
    • गोल्ड
    • कृषि
    • एनर्जी
    • मेटल्स
  • Survey 2023
  • Survey Report
  • Breaking Briefs
  • बीमा
  • बचत
  • लोन
  • इन्वेस्टमेंट
  • म्यूचुअल फंड
  • प्रॉपर्टी
  • टैक्स
  • Exclusive
  • आईपीओ
  • Home / टैक्स

दिल्ली सरकार का GST, वैट कलेक्शन 17 फीसद बढ़ा

तय किए गए लक्ष्य से ज्यादा जीएसटी और वैट कलेक्शन की संभावना

  • Money9 Hindi
  • Last Updated : November 1, 2023, 16:46 IST
  • Follow

पिछले साल की समान अवधि की तुलना में चालू वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही में दिल्ली सरकार का जीएसटी और वैट कलेक्शन 17 फीसद की बढ़ोतरी के साथ 19,100 करोड़ रुपए से ज्यादा दर्ज किया गया है. वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही में दिल्ली सरकार का जीएसटी और वैट कलेक्शन 16,352 करोड़ रुपए था. एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी का कहना है कि इस बढ़ोतरी के साथ जीएसटी और वैट कलेक्शन इस साल अनुमानित लक्ष्य से ज्यादा होने की संभावना है.

आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली सरकार का वित्त वर्ष 2023-24 की पहली दो तिमाही (अप्रैल-जून और जुलाई-सितंबर) में जीएसटी और वैट कलेक्शन 19,101 करोड़ रुपए दर्ज किया गया है. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक जीएसटी और वैट का मासिक संग्रह वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान अप्रैल में 3,886 करोड़ रुपए, मई में 3,079 करोड़ रुपए, जून में 2,865 करोड़ रुपए, जुलाई में 3,388 करोड़ रुपए, अगस्त में 2,883 करोड़ रुपए और सितंबर में 2,998 करोड़ रुपये था. वित्त वर्ष 2022-23 की तुलना में वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में दिल्ली सरकार का जीएसटी कलेक्शन 15 फीसद बढ़ गया था.

अक्टूबर में जीएसटी संग्रह 13 फीसद बढ़ा

दूसरी ओर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह अक्टूबर में सालाना आधार पर 13 फीसद बढ़कर 1.72 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया. यह जीएसटी संग्रह का दूसरा सबसे ऊंचा मासिक आंकड़ा है. वित्त मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक एक साल पहले अक्टूबर, 2022 में जीएसटी संग्रह 1.52 लाख करोड़ रुपये रहा था. मंत्रालय ने बयान में कहा है कि अक्टूबर, 2023 के लिए जीएसटी राजस्व अप्रैल, 2023 के बाद दूसरा सर्वाधिक आंकड़ा है. अप्रैल, 2023 में जीएसटी संग्रह 1.87 लाख करोड़ रुपये रहा था. वित्त वर्ष 2023-24 में औसत मासिक जीएसटी संग्रह 1.66 लाख करोड़ रुपये रहा है, यह पिछले साल की तुलना में 11 फीसद ज्यादा है.

Published - November 1, 2023, 04:46 IST

पर्सनल फाइनेंस पर ताजा अपडेट के लिए Money9 App डाउनलोड करें।    

  • GST
  • VAT

Related

  • UPI के जरिए ज्‍यादा पेमेंट करना होगा आसान, RBI ने इतनी बढ़ा दी लिमिट
  • प्रॉपटी बायर्स को मिली राहत, 23 जुलाई तक घर खरीद चुके लोगों को मिलेगी ये सुविधा
  • आईटीआर भरने वालों ने बनाया रिकॉर्ड, 31 जुलाई तक 7.28 करोड़ रिटर्न हुए फाइल
  • इंफोसिस को मिली राहत, अधिकारियों ने वापस लिया 32,403 करोड़ रुपए का GST नोटिस
  • SCTG के बड़े झटके के लिए रहें तैयार! सरकार और बढ़ा सकती है ये टैक्‍स
  • ITR फॉर्म में बड़ा बदलाव, अग्निवीर योजना वालों को मिलेगा फायदा

Latest

  • 1. फटाफट खरीद लो iPhone, बढ़ने वाले हैं दाम
  • 2. पैन-आधार नहीं हैं लिंक्ड?
  • 3. 10 साल से व‍िजय केड‍िया के पास ये शेयर
  • 4. Vi को मिलेगी सरकार से बड़ी राहत?
  • 5. Nifty50 का ह‍िस्‍सा बनेगी Indigo
  • Trending Stories

  • फटाफट खरीद लो iPhone, बढ़ने वाले हैं दाम!
  • पैन-आधार नहीं हैं लिंक्ड?
  • 10 साल से व‍िजय केड‍िया के पास ये शेयर
  • Vi को मिलेगी सरकार से बड़ी राहत?
  • Nifty50 का ह‍िस्‍सा बनेगी Indigo
  • TV9 Sites

  • TV9 Hindi
  • TV9 Marathi
  • TV9 Gujarati
  • TV9 Kannada
  • TV9 Bangla
  • TV9 English
  • News9 Live
  • Trends9
  • Tv9tamilnews
  • Assamtv9
  • Malayalamtv9
  • Money9 Sites

  • Money9 Hindi
  • Money9 English
  • Money9 Marathi
  • Money9 Telugu
  • Money9 Gujarati
  • Money9 Kannada
  • Money9 Bangla
  • Money9live
  • Topics

  • बीमा
  • बचत
  • कर्ज
  • शेयर
  • म्यूचुअल फंड
  • प्रॉपर्टी
  • टैक्स
  • क्रिप्टो
  • एक्सक्लूसिव
  • survey data
  • Download App

  • play_store
  • App_store
  • Contact Us
  • About Us
  • Advertise With Us
  • Privacy & Cookies Notice
  • Complaint Redressal
  • Copyright © 2025 Money9. All rights reserved.
  • Facebook
  • Twitter
  • Whatsapp
  • LinkedIn
  • Telegram
close