इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करते समय सूचनाओं के मिलान में वार्षिक सूचना विवरण (AIS) काफी काम आता है. मगर कई बार उसमें दी जाने वाली जानकारी सही नहीं पाई जाती थी. जिससे करदाताओं को डेटा मिलान में दिक्कत आती थी. इस सिलसिले में टैक्सपेयर्स की ओर से करेक्शन रिक्वेस्ट भेजने के बावजूद इसे ट्रैक करने का उनके पास कोई तरीका नहीं था, लेकिन अब ये समस्या खत्म होने वाली है. दरअसल आयकर विभाग ने AIS फॉर्म में नया अपडेट शामिल किया है. इसमें आपकी ओर से भेजे गए फीडबैक पर आगे क्या कार्रवाई हो रही उसे आप आसानी से मॉनिटर कर सकेंगे. यह जानकारी केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने 13 मई को जारी एक प्रेस रिलीज के जरिए दी.
सीबीडीटी का कहना है कि अभी तक एआईएस फॉर्म में गलती के सुधार को लेकर दिए गए फीडबैक को ट्रैक का कोई तरीका नहीं था. लोग यह नहीं जान सकते थे कि रिपोर्टिंग संस्थाओं, जैसे बैंकों या अन्य ने इस फीडबैक पर कार्रवाई की या नहीं, लेकिन एआईएस को अपडेट किया गया है. इसमें इंनफॉर्मेशन कंफर्मेशन प्रकिया की रियल टाइम स्थिति अपडेट करनी होगी. इसमें लोगों को दिखेगा कि सोर्स ने आपकी रिक्वेस्ट को स्वीकार किया है या अस्वीकार और उस पर कितना काम किया गया है.
कैसे काम करेगा नया अपडेट?
एआईएस आयकर विभाग की पोर्टल पर मौजूद होगा, जो सभी रजिस्टर्ड आयकरदाताओं के लिए उपलब्ध है. इसमें एक्सेस करने के लिए आपको पहले ई-फाइलिंग आईटीआर पोर्टल (www.incometax.gov.in) पर लॉग इन करना होगा और फिर पोर्टल पर जाना होगा. यहां आपको पेंडिंग एक्शन टैब पर क्लिक करना होगा.
क्या होंगे फायदे?
एआईएस में नया अपडेट शामिल करने से रिक्वेस्ट भेजने वालों को यह पता चल सकेगा कि फीडबैक को वेरिफाई करने के लिए रिपोर्टिंग सोर्स के साथ साझा किया गया है या नहीं. इससे करदाता को वह तारीख भी पता चल जाएगी जिस दिन फीडबैक को सोर्स से शेयर किया गया है. इसके अलावा इसमें सुधार हुआ है या नहीं व सोर्स ने क्या प्रतिक्रिया दी इसकी जानकारी भी मिल सकेगी.