मनी 9 ने देश का पहला और सबसे बड़ा पर्सनल सर्वे किया है जिसमें आपकी जेब का हाल बताया गया है. यह सर्वे बताता है कि आप कितना कमाते हैं, कितना खर्च करते हैं, कितना निवेश करते हैं और वह निवेश कहां करते हैं? इस साल मई से सितंबर के बीच किए गए इस सर्वे में आपके लिए ये तमाम जानकारी हासिल करने की कोशिश की गई है. मनी 9 के लिए ये सर्वे RTI Internation ने किया है. निवेश की बात करें तो मनी 9 ने यह पता लगाने की कोशिश की कि देश के परिवार कहां निवेश कर रहे हैं और कैसे निवेश कर रहे हैं?
देश के 22 फीसदी परिवार यानी हर 100 में से केवल 22 परिवार ही फाइनेंशियल और फिजिकल एसेट्स में निवेश करते हैं. देश के 18 फीसदी परिवार प्रॉपर्टी या जमीन में निवेश करते हैं. वहीं शेयर मार्केट में केवल 3 फीसदी परिवारों ने ही निवेश किया है.
सर्वे में इसे अलग-अलग आय वर्ग के हिसाब से समझने की भी कोशिश की गई और पता चला कि सबसे कम यानी 15,000 रुपए प्रति माह से कम कमाने वाले परिवारों में से केवल 13 फीसद परिवार ही निवेश करते हैं, मतलब साफ है कि जिनकी आय कम है, उनके लिए सबसे बड़ा सवाल तो यही है कि वे क्या खाए और क्या निवेश करें? इससे ऊपर जाएं तो लोअर मिडिल क्लास यानी 15,000 रुपए से 35,000 रुपए की मासिक आय वाले परिवारों में से 31 फीसदी परिवार यानी 100 में से 31 परिवार कहीं न कहीं निवेश करता है. इसके बाद मिडिल क्लास यानी 35,000 रुपए से 50,000 रुपए की आय वाले परिवारों की बात करें तो हर 100 में से 34 परिवार निवेश को जरूरी मानता है. आखिर में अपर मिडिल क्लास यानी महीने में 50,000 रुपए से ज्यादा कमाने वाले परिवारों पर नजर डालें तो हर 100 परिवारों में 45 परिवारों ने कहा कि वे निवेश करते हैं.
सर्वे से एक अहम जानकारी मिली कि कम कमाई वाले परिवारों में तो निवेश करने वाले परिवार कम हैं ही, ज्यादा कमाई वाले यानी 50,000 रुपए से ज्यादा कमाने वाले परिवारों में भी करीब आधे परिवार ही निवेश करते हैं. सर्वे में भी ये भी पता लगाया गया कि परिवार निवेश कहां कर रहे हैं? हर 100 में से 18 परिवार ने कहा कि वे प्रॉपर्टी या जमीन में निवेश करते हैं जबकि 82 फीसद परिवारों ने प्रॉपर्टी या जमीन में कोई निवेश नहीं किया है. वहीं 6 फीसदी परिवारों ने कहा कि उन्होंने ‘म्यूचुअल फंड है सही’ वाले मंत्र पर भरोसा करते हुए उनमें निवेश किया है जबकि 94 फीसदी ने म्यूचुअल फंड को अपनी पसंद नहीं माना. शेयर मार्केट की बात करें तो देश के केवल 3 फीसद परिवारों ने ही इसमें निवेश किया है, 93 फीसदी ने कहा कि वे शेयर मार्केट में निवेश नहीं करते. यानी कोविड के बाद डीमैट अकाउंट्स की संख्या में आई भारी तेजी यहां ट्रांस्लेट होती नहीं दिख रही. वहीं देश के 3 फीसदी परिवारों ने यूलिप में निवेश को सही माना, जबकि 97 फीसदी परिवारों ने कहा कि वे यूलिप में निवेश नहीं करते.
राज्यों के लिहाज से देखें तो कर्नाटक में सबसे ज्यादा 58 परिवार निवेश करते हैं, इसके बाद महाराष्ट्र और तमिलनाडु दोनों ही राज्यों में सबसे ज्यादा 30 फीसदी परिवार निवेश करते हैं. वहीं निवेश के मामले में बिहार सबसे नीचे आता है. राज्य के केवल 3 फीसदी परिवार ही निवेश करते हैं.