देश की दिग्गज कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) का शेयर उम्मीद के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर रहा. पिछले एक साल में सेंंसेक्स और निफ्टी ने तीन फीसद से ज्यादा का रिटर्न दिया है. इस दौरान मार्केट कैप के लिहाज से देश की सबसे बड़ी कंपनी RIL का शेयर 14 फीसद से ज्यादा कमजोर हुआ है. हालांकि वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में कंपनी के नतीजे उम्मीद के मुताबिक रहे. चौथी तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 19 फीसद बढ़कर रिकॉर्ड 19,299 करोड़ रुपए पर पहुंच गया. इस दौरान कंपनी की आय 2.8 फीसद बढ़कर 2.39 लाख करोड़ रुपए रही.
क्या है वजह
रिलायंस के शेयर में कमजोरी के कई कारण हैं लेकिन सबसे बड़ी वजह यह मानी जा रही है कि कंपनी ने अपने रिटेल और जियो कारोबार को अब तक अलग नहीं किया है. पिछले साल कंपनी ने अपने फाइनेंशियल कारोबार को अलग करने की घोषणा की थी जो अभी तक पूरी नहीं हुई. इस बार नतीजे जारी करते समय समूह ने फिर कहा है कि इस साल वह फाइनेंशियल कारोबार को हर हाल में अलग करेगी.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
RIL के शेयर के बारे में मार्केट एक्सपर्ट पीके अग्रवाल कहते हैं कि कंपनी के फंडामेंटल अच्छे हैं लेकिन भविष्य़ को लेकर काफी चुनौतियां हैं. किसी भी शेयर में निवेश करते समय बड़े निवेशक कंपनी की वैल्युएशन देखते हैं कि किन स्तरों पर शेयर में खरीदारी करनी चाहिए. लेकिन रिलायंस अब इतने ज्यादा कारोबार में उतर चुका है कि इसका वैल्युएशन किस आधार पर किया जाए निवेशक यह तय नहीं कर पा रहे. अग्रवाल कहते हैं कि जैसे मुझे फुटवियर कंपनी की वैल्यू निकालनी है तो बाटा की वैल्युएशन करना आसान है लेकिन उसकी तुलना रिलायंस से कैसे कर सकता हूं? ऐसे ही टेलीकॉम सेक्टर में भारती एयरटेल की वैल्युएशन करना आसान है लेकिन जियो की वैल्युएशन करना मुश्किल है. इसलिए बड़े निवेशक और फंड्स हाउस कंपनी में नया निवेश करने से बच रहे हैं. इस वजह से RIL का शेयर लगातार अंडरपरफॉर्म कर रहा है.
क्या करें निवेशक
पीके अग्रवाल कहते हैं कि हर निवेशक के पोर्टफोलियो में यह शेयर जरूर होना चाहिए. इससे आपके पोर्टफोलियो को सुरक्षा मिलती है. लंबी अवधि के नजरिए से थोड़ा-थोड़ा करके निवेश करते रहें. अगर भविष्य में कंपनी अपने कारोबार का पुनर्गठन करती तो इसका लाभ निवेशकों को मिलेगा. बीएसई में 26 अप्रैल को RIL का शेयर 0.55 फीसद की गिरावट के साथ 2362 रुपए पर बंद हुआ. मौजूदा स्तर पर निवेश करने पर अगले एक साल में यह शेयर 10 फीसद तक का रिटर्न दे सकता है.