क्यों कम नहीं हो रहीं छोटे अंबानी की मुसीबतें?

वित्तीय मोर्चे पर अनिल अंबानी की मुसबतें कम होती नहीं दिख रही हैं.

क्यों कम नहीं हो रहीं छोटे अंबानी की मुसीबतें?

Anil Ambani. Image: TV9

Anil Ambani. Image: TV9

वित्तीय मोर्चे पर अनिल अंबानी की मुसबतें कम होती नहीं दिख रही हैं. कर्ज समाधान प्रक्रिया से गुजर रही अनिल धीरूभाई अंबानी समूह (ADAG) की कंपनी रिलायंस कैपिटल (Reliance Cap) का शेयर मंगलवार को दो खबरों के चलते फोकस में रहा. पहली खबर ये कि सोमवार को हुई कर्ज देने वालों की कमेटी (Committee of Creditors) की बैठक में ज्यादातर बैंकों ने सहमति और असहमति वाले क्रेडिटर्स में रिकवरी की रकम को बराबर बांटने पर फैसला लिया है. इस तरह कर्जदाताओं की रिकवरी प्लान पर निगेटिव वोटिंग को हतोत्साहित करने की मंशा है. कुल मिलाकर यह मसला उलझता जा रहा है.

मौजूदा स्थिति में कर्जदाताओं को कर्ज समाधान प्रक्रिया से कुल 10,090 करोड़ रुपए की रिकवरी की उम्मीद है जो कि 12,500-13,000 करोड़ रुपए की समाधान राशि (liquidation value) से कम है. बता दें कि 26 अप्रैल को हुए नीलामी के दूसरे राउंड में हिंदुजा ग्रुप ने Reliance Cap के लिए 9,650 करोड़ रुपए की बोली लगाई थी जिसे बाद में 10 करोड़ रुपए बढ़ा दिया गया था. इसके अलावा Reliance Cap के पास 430 करोड़ रुपए की नकदी है.

भारतीय दिवाला और शोधन अक्षमता बोर्ड (IBC) के अनुसार असंतुष्ट क्रेडिटर्स लिक्विडेशन वैल्यू के अनुसार प्रो-रेट भुगतान प्राप्त करने के हकदार हैं, जबकि स्वीकृत लेनदार स्वीकृत योजना के आधार पर आय से रकम प्राप्त करने के हकदार हैं. लगभग 99% उधारदाताओं ने आय के समान वितरण के लिए मतदान किया. समाधान योजना पर मतदान अगले महीने होगा.

चौथी तिमाही में घाटा

दूसरी खबर ये है कि वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में कंपनी को 1,488 करोड़ रुपए का कुल घाटा हुआ है. हालांकि ये पिछले साल की समान अवधि से 65 फीसदी कम है. पिछले साल की चौथी तिमाही में कंपनी को 4249 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था. इस दौरान आय 4770 करोड़ रुपए से 7 फीसदी घटकर 4,436 करोड़ रुपए रही है. घाटे में कमी खर्च घटने के चलते हुई है. तिमाही के दौरान कंपनी का कुल खर्च साल दर साल 8,982 करोड़ रुपए से 33.8 फीसदी घटकर 5,949 करोड़ रुपए पर रहा है. रिलायंस कैपिटल का शेयर मंगलवार को बीएसई में 8.80 रुपए पर खुला और बाद में 8.70 से 8.90 रुपए के दायरे में रहा.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
स्टॉक मार्केट के एक्सपर्ट एवं मंत्री फिनमार्ट के फाउंडर अरुण मंत्री कहते हैं कि अभी अनिल अंबानी की मुश्किलें दूर होने वाली नहीं हैं. रिलायंस कैपिटल के भविष्य को लेकर भी कोई सकारात्मक पहलू नहीं. है. ऐसे में आरकैप में निवेश से दूरी बनाए रखें. जिन लोगों ने पहले से निवेश कर रखा है उन्हें थोड़ा उछाल मिलने पर बाहर निकल जाना चाहिए.

Published - May 30, 2023, 07:29 IST