देश में कमर्शियल वाहन बनाने वाली दिग्गज कंपनी अशोक लेलैंड मंगलवार को वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही के नतीजे जारी किए. इसके बाद बुधवार को कंपनी के शेयर में दो फीसद की गिरावट दर्ज हुई. हालांकि आय को छोड़कर कंपनी के नतीजे उम्मीद से बेहतर रहे हैं.
स्टॉक मार्केट को भेजी सूचना के अनुसार वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में कंपनी की आय 8,744 करोड़ रुपए से 33 फीसदी बढ़कर 11,626 करोड़ रुपए पर रही. कंपनी का कामकाजी मुनाफा 776 करोड़ रुपए से 64 फीसदी बढ़कर 1,276 करोड़ रुपए पर पहुंच गया. इस दौरान कंपनी का कामकाजी मार्जिन 8.9 फीसदी से बढ़कर 11 फीसदी पर रहे हैं जबकि अनुमान 10.25 फीसदी के आसपास का था. साथ ही कंपनी का मुनाफा 901 करोड़ रुपए से 17 फीसदी घटकर 751 करोड़ रुपए पर रहा है. हालांकि पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी को करीब
470 करोड़ रुपए का एकमुश्त मुनाफा था.
कुल मिलाकर देखें तो इस बार भी कंपनी को 56 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है. यानी कि एडजस्टेड आधार पर देखें तो मुनाफे में साल दर साल करीब 61 फीसदी की वृद्धि हुई है. पूरे साल की बात करें तो वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी का मुनाफा दोगुना से ज्यादा बढ़कर 1,380 करोड़ रुपए रहा और आय 67 फीसद बढ़कर 35,977 करोड़ रुपए पर रही है.
क्या है ब्रोकरोज हाउस की राय
बीएसई में बुधवार कारोबार के दौरान अशोक लेलैंड का शेयर 152.15 रुपए के पिछले बंद की तुलना में तेजी के साथ 155 रुपए पर खुला जो इसका दिन का उच्चतम स्तर रहा. नीचे में यह 148 रुपए तक गया. दिन के कारोबार में यह 148 से 155 रुपए के दायरे में रहा. नतीजों के बाद ब्रोकरेज फर्म JPMorgan ने शेयर पर ओवरवेट की रेटिंग बरकरार रखी है और लक्ष्य 175 रुपए तय किया है. इसके अलावा Nomura ने खरीदारी की राय बरकरार रखी है और लक्ष्य 184 रुपए तय किया है. दोनों ब्रोकिंग हाउसेज का मानना है कि चौथी तिमाही में कामकाजी मार्जिन अनुमान से बेहतर रहे हैं.